बैंक (Bank) में मैनेजर (Manager) के पद पर कार्यरत राहुल आजकल बहुत परेशान रहने लगा है. उसकी परेशानी का कारण कोई और नहीं उसकी अपनी पत्नी है. उसने यह सोचकर विवाह (Marriage) के लिए हामी भर दी कि शायद उसकी भावी पत्नी उसकी कमाई (Income) को उचित ढ़ंग से व्यवस्थित करेगी. ताकि आगे चलकर उसे या उसके परिवार को किसी भी प्रकार की आर्थिक परेशानी का सामना ना करना पड़े. लेकिन उसकी पत्नी आई ऐसी जो ना तो अपने फिज़ूल खर्चों पर विराम लगाती है और ना ही बचत करने में दिलचस्पी रखती है. इसकी वजह से उन दोनों के संबंधों में खटास पैदा होने लगी.
निधि की पारिवारिक हालत (Family Condition) भी इससे कुछ ज्यादा अलग नहीं है. उसका पति भले ही अपने रिश्ते को लेकर गंभीर हो, लेकिन वह भी अपने कुछ खर्चों की डिटेल्स (Details) अपनी पत्नी से छुपाता है और निधि के किसी भी धन संबंधी प्रश्न का ठीक ढंग से जवाब नहीं देता. पति के इस रवैये के परिणामस्वरूप उन दोनों के संबंधों में शक की दीवार खड़ी होने लगी है और अब परिस्थितियां (Circumstances) इस कदर बिगड़ चुकी हैं कि वे एक-दूसरे के साथ बात करना तक पसंद नहीं करते.
आपको या आपके साथी को ऐसी किसी भी परेशानी से दो-चार ना होना पड़े इसके लिए जरूरी है कि आप निम्नलिखित सुझावों पर अमल करें :
आपसी प्रेम और विश्वास किसी भी संबंध का एक मजबूत आधार होता है. और अगर आप छोटी-छोटी बातें अपने साथी से छुपाएंगे तो ऐसे में प्रेम चाहे कायम भी रहे, विश्वास पूर्ण रूप से समाप्त हो जाता है. विवाह एक ऐसा संबंध होता है जो आपसी समझ और ईमानदारी के साथ निभाया जाए तभी सफल हो सकता है. इसीलिए अच्छा होगा कि आप अपने परिवार की उन्नति और खुशहाली (Happiness) के लिए एक-दूसरे से कुछ ना छुपाएं और धन, जो आधुनिक परिवेश की सबसे बड़ी परेशानी और मुसीबतों की जड़ है, उसका उचित प्रयोग करें ताकि धन-संबंधी कोई भी विवाद (Dispute) आपके रिश्ते को कमजोर ना कर पाए.
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