Menu
blogid : 313 postid : 1113172

सफर के दौरान शराब की कमी को दूर करती है ये सात पेय

सफर में शराब का साथ जोखिम भरा होता है. जोखिम पकड़े जाने और जुर्माने के भुगतान का. यह जोखिम कुछ लोग तो उठाने को तैयार रहते हैं, लेकिन शराब पीने वाले कई लोग मन मार कर सफर पूरा करते हैं. ऐसे में नीचे दिये जा रहे कुछ नाम आपके तन-मन में वही नशा पैदा करने में सक्षम हैं जिसका अनुभव शराब पीकर होता है.


c hoovrak


चूवरक

भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में यात्रा के दौरान अगर आपको शराब की कमी खटकती है तो एक बार चूवरक इस्तेमाल करें. यह त्रिपुरा की स्थानीय शराब है जो चावन और अनानस के मिश्रण से बनती है. चूवरक पूर्वोत्तर भारत के लगभग सभी राज्यों में पसंद की जाती है.


feni


फेनी

मदमस्त माहौल के लिए मशहूर गोवा फेनी के लिए भी जानी जाती है. फेनी काजू से बनी होती है. काजू से बियर बनाने की पुर्तगाली परम्परा पुरानी है.


kesa r kasturi


केसर कस्तूरी

कभी राजस्थान के राजघरानों की पसंद रही यह शराब 26 जड़ी-बूटियों से मिलाकर बनायी जाती है. पहले इसका दायरा शाही परिवारों तक सीमित रहा जो अब बढ़कर स्थानीय बाजारों की दुकानों में पहुँच चुकी है.


eetaar


ताड़ी

ताड़ी माने नाम ही काफी! बिहार और आंध्र प्रदेश में ताड़ वृक्षों के फल से बनी ताड़ी का नशा लोगों को मस्त कर देता है.


chang-beer


छांग

सफर पहाड़ियों के रास्ते ऊँचाईयों को नापते हुए लद्दाख का हो तो छांग की जानकारी जरूरी-सी लगती है. इस रास्ते में छांग मन को नशीला-नशीला कर देता है.


जुठो

विभिन्न शराबों में जुठो अन्य से भिन्न है. गीले चावलों से बनायी गयी जुठो नागालैंड में आसानी से मिल जाती. है. इसे बनाने का तरीका वहाँ के स्थानीय बेहतर जानते हैं.


mahuaa


महुआ

महाराष्ट्र में पायी जाने वाली यह शराब महुआ के फूलों से बनायी जाती है.Next….


Read more:

घर या ऑफिस में अकेले होने से इंटरनेट पर आप इस तरह गँवा सकते हैं पैसे

भारत में हुई देवी-देवताओं की कमी,चीन से हो रही है इम्पोर्ट!

धन पाने की इच्छा में लोग कैसे करते हैं माँ लक्ष्मी को प्रसन्न


Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh