ये उस आदमी की कहानी नहीं है जो कोई बड़ा तीर मार लेते हैं. ये उस आदमी की कहानी भी नहीं है जो रातोंरात स्टार बन जाते हैं और ये उनकी कहानी तो बिल्कुल नहीं है जो चाँदी का चम्मच मुँह में लिये पैदा होते हैं. वास्तव में ये एक ऐसे व्यक्ति की कहानी है जो ख़ास नहीं है; जो मेहनत करता है और कम तनख्वाह पाता है. वह रोज घर से निकलता है और 74 किलोमीटर की दूरी तय कर अपने ऑफिस पहुँचता है. लेकिन ऑफिस पहुँचने के लिये करीब 33 किलोमीटर पैदल चलता है.
इंजेक्शन मोल्डर के पेशे से जुड़े रॉबर्टसन सुबह आठ बजे अपने घर से ऑफिस के लिये निकलते हैं. 74 किलोमीटर की दूरी में से 41 किलोमीटर वो बस से तय करते हैं और शेष 33 किलोमीटर का सफर पैदल काटते हैं. रॉबर्टसन जिस कम्पनी में काम करते हैं वो मिशिगन में स्थित है जबकि वो डेट्रॉयट में रहते हैं. सुबह आठ बजे निकलने के कारण वो दोपहर 02 बजे तक अपने ऑफिस में होते हैं. फिर वहाँ सारा काम निपटा राते के 10 बजे वो अपने घर के लिये चल पड़ते हैं और सुबह 04 बजे अपने घर पहुँच जाते हैं. रास्ते में उन्हें सुनसान रास्तों से भी गुजरना पड़ता है.
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ऐसा नहीं है कि उनकी यह आदत नयी है. वर्ष 1988 से वो इसी तरह से ऑफिस और अपने घर के बीच की दूरी तय करते हैं. लेकिन वो कभी देर से ऑफिस नहीं पहुँचे. प्रति घंटे 10.55 डॉलर कमाने वाले रॉबर्टसन के लिये गाड़ी का रख-रखाव मुश्किल है. इसलिये अब तक उनके पास गाड़ी नहीं है.
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लोक मीडिया पर इनकी तस्वीर और कहानी साझा होते ही उन पर कई टिप्पणियाँ आयीं. जहाँ कई लोगों ने उनकी तरफ मदद का हाथ बढ़ाया है तो कुछ लोगों ने उनके लिये पैसे इकट्ठा करना शुरू कर दिया है. सच ही है, ‘इंसान अगर चाह ले तो आसमाँ में भी सुराख़ कर सकता है.’Next….
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