महिलाओं के विषय में यह माना जाता है कि उन्हें खरीददारी करना सबसे ज्यादा पसंद होता है. उनके लिए यह एक तनाव हटाने की दवा होती है. कोई व्यक्तिगत समस्या हो या कॅरियर से संबंधित कोई परेशानी, मूड ठीक करना हो तो शॉपिंग सबसे अच्छा विकल्प माना जाता है. खरीददारी करने में महिलाओं को इतना ज्यादा आनंद आता है कि जहां पुरुष कुछ ही देर में शॉपिंग से ऊब जाते हैं, वहीं महिलाएं पूरा-पूरा दिन मार्केट में बिता कर आ जाती हैं.
अपने लिए कुछ खरीदना हो या फिर किसी दोस्त के लिए कोई उपहार लेना हो, महिलाएं पूरी तन्मयता और बिना किसी असमंजस के सामान खरीदती हैं. लेकिन जब किसी के लिए इत्र या परफ्यूम का चुनाव करना पड़ता है तो महिलाएं भी इसी उधेड़बुन में रहती हैं कि उनके दोस्त या रिश्तेदार को कैसी गंध पसंद आएगी. ऐसे में शॉपिंग के क्षेत्र में उनकी दक्षता भी फिजूल साबित होती है. इसीलिए वे किसी को परफ्यूम देना पसंद ही नहीं करती हैं.
एक नए अध्ययन के अनुसार लोग इसीलिए किसी के लिए इत्र का चुनाव नहीं कर पाते क्योंकि भिन्न-भिन्न व्यक्तियों के शरीर की गंध भी भिन्न होती है. किस व्यक्ति को कैसी खुशबू पसंद आएगी इसका अंदाजा अन्य व्यक्ति नहीं लगा सकता.
द डेली टेलीग्राफ में प्रकाशित हुई एक रिपोर्ट के अनुसार व्यक्ति अपने इत्र और आफ्टरशेव का चुनाव शरीर की नैसर्गिक गंध को बढ़ाने के लिए करते हैं. संबंधित व्यक्ति ही यह समझ सकता है कि उसे किस प्रकार की खुशबू पसंद है. इसीलिए दूसरा कोई उनकी मनमर्जी के अनुसार गंध का चुनाव नहीं कर सकता.
शोध के अंतर्गत विशेषज्ञों ने पाया है कि जब लोग अपने लिए इत्र का चुनाव करते हैं तो वह हमेशा ऐसी सुगंध को प्राथमिकता देते हैं जो उनके शरीर की गंध के साथ घुल-मिल जाए, जिससे ना तो खुशबू ज्यादा तीव्र लगे और ना ही फीकी और दूसरे लोगों को उनके परफ्यूम की खुशबू बेहतर और सहज लगे. वहीं अगर कोई दूसरा उनके लिए इत्र का चुनाव करता है तो वह उतना प्रभाव पैदा नहीं कर पाता.
दीवाली के दिन नजदीक हैं और अगर आप अपने किसी मित्र या संबंधी के लिए उपहार में इत्र या महंगे परफ्यूम को विकल्प मानकर चल रहे हैं तो बेहतर होगा कि यह विचार त्याग दें. इत्र का गिफ्ट चाहे कितना ही महंगा हो पर जिसको आप देने वाले हैं उसको पसंद आने की कोई गारंटी नहीं है.
Read Comments