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प्रेम संबंधों को प्रभावित करती है डाइटिंग की चिंता

thinking of dietingअभी तक हम इसी तथ्य को आदर्श मानकर चलते आए हैं कि पुरुष खाने के मामले में बहुत शौकीन होते हैं. उनसे कोई काम करवाना हो या उनके मूड को तरोताजा करना हो तो अच्छा खाना सबसे उपयुक्त विकल्प है. लेकिन हमने कभी महिलाओं और खाने को जोड़कर देखने की कोशिश नहीं की.


लेकिन एक नए शोध ने यह हिमाकत भी कर दिखाई है. इस शोध ने प्रमाणित कर दिया है कि वे महिलाएं जो डाइटिंग कर अपने वजन को नियंत्रित रखने की कोशिश करती है, वास्तव में हर समय खाने के विषय में ही सोचती रहती हैं. वह सिर्फ सोचती ही नहीं बल्कि खाने और अपनी डाइटिंग के बीच सामंजस्य बैठाते-बैठाते वह अपने जीवनसाथी या प्रेमी के विषय में सोचना तक भूल जाती हैं.


इस सर्वेक्षण में 50 प्रतिशत से ज्यादा महिलाओं ने यह बात स्वीकार की है कि वह अपने पार्टनर से ज्यादा खाने के विषय में सोचती हैं. एटकिंस नामक वजन घटाने वाली कंपनी द्वारा किए गए इस शोध में हर 10 में से 1 युवती का कहना है कि उनके लिए डाइट चार्ट पर स्थिर रहना साथी के साथ वफादार रहने से ज्यादा जरूरी है.


ब्रिटेन में अधिकांश महिलाएं अपने वजन को लेकर चिंतित रहती हैं. इसके पीछे सबसे बड़ा कारण उनकी अपनी सहेलियां और रिश्तेदार हैं जो उन्हें वजन को लेकर ताने मारते हैं. इसके अलावा दूसरों से बेहतर दिखना भी डाइटिंग करने का एक बड़ा कारण है.


ब्रिटेन की लगभग 13,000 महिलाओं से डाइटिंग और इससे उनके निजी संबंधों पर क्या प्रभाव पड़ता है, इस विषय से संबंधित सवाल पूछे गए.


महिलाओं को अकसर हम एक भावुक व्यक्तित्व के रूप में देखते आए हैं जो सबसे ज्यादा अपने संबंधों को महत्व देती हैं. ऐसे में यह शोध जो उनके खाने के शौक और हर हाल में वजन नियंत्रण रखने जैसी प्राथमिकताओं को साफ प्रदर्शित करता है, थोड़ी हैरानी पैदा कर सकता है.


ब्रिटिश महिलाओं की मानसिकता और प्रमुखताओं से जुड़े इस शोध को अगर हम भारतीय महिलाओं की मानसिकता के अनुरूप देखें तो यह कहना गलत नहीं है कि यहां भी महिलाएं विशेषकर युवतियां वजन घटाने के लिए सदैव प्रयासरत रहती हैं. बिना सोचे-समझे डाइटिंग करना उनकी आदत सी बन गई है.


हमारी फिल्में उनकी इस आदत को और अधिक बढ़ावा देती हैं. फिल्म की हिरोइन जैसी काया पाने के लिए वह कुछ भी करने से परहेज नहीं करतीं. दिन-दिन भर भूखा रहना हो या जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज करनी हो, हिरोइन जैसा दिखने के लिए उनके लिए कुछ भी असंभव नहीं है. ऐसी मानसिकता लिए युवती जब वजन घटाने जैसी दवाओं का सेवन करने लगती है तो स्थिति अत्यंत चिंतनीय बन जाती है.


स्वयं को फिट रखना कोई बुरी बात नहीं है लेकिन इस फिटनेस को अगर स्वास्थ्य की गुणवत्ता पर हावी होने दिया गया तो निश्चित तौर पर ऐसे हालात गंभीर साबित हो सकते हैं.


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