आपके घर में पालतू जानवर हैं, ढेर सारे पेड़-पौधे हैं? अगर हां, तो फिर तो आप बिना डरे लॉंग टर्म प्लानिंग कर सकते हैं और अगर नहीं तो फिर सालों बाद की कोई भी योजना बनाने से पहले यह विचार कर लें कि क्या आप उस योजना को अंजाम देने तक जीवित रह पाएंगे. चलिए अगर पेड़-पौधे नहीं भी हैं या आप जानवरों के साथ एक घर में नहीं भी रह सकते तो कम से कम इस बात से तो आपको आश्वस्त होना ही पड़ेगा कि आप एक खुशहाल विवाहित जीवन यापन कर रहे हैं, क्योंकि अगर यह शर्त भी आपने पूरी नहीं की तो इसका नकारात्मक प्रभाव आपकी अपनी जीवन प्रत्याशा पर पड़ेगा.
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यह हम नहीं हाल ही में हुआ एक अध्ययन और उसके परिणामों का ही कहना है. हॉर्वर्ड मेडिकल स्कूल द्वारा संपन्न इस अध्ययन की मानें तो भले ही आपके पास अच्छा इकॉनोमिक और सोशल स्टेटस है, बहुत पैसा है लेकिन अगर आप अपने विवाहित जीवन में खुश नहीं हैं तो इसका सीधा असर आपके जीवन पर पड़ता है. पिछले 68 वर्षों से चल रहे इस अध्ययन में 200 से अधिक अमेरिका के युवा और उम्रदराज पुरुषों को शामिल किया गया. और हर दो साल के अंतराल में इनके निजी जीवन का मूल्यांकन किया गया और यह स्थापित किया गया कि पैसे और स्टेटस से ज्यादा अगर कुछ जरूरी है तो वह है आत्मिक सुकून जो तभी मिल सकता है जब आप अपने पार्टनर के साथ खुशहाल जीवन यापन कर रहे हों.
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क्वींस यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं की मानें तो जीवन में खुशहाल परिवार और आपसी रिश्तों का बहुत महत्व रहता है. इसके साथ ही घर में मौजूद पालतू जानवर भी आपको बहुत सुकून देते हैं जिससे आपका मानसिक और शारीरिक संतुलन कायम रहता है.
शोधकर्ताओं का तो यह भी कहना है कि पालतू जानवर आपको बीमार होने से भी बचाते हैं और अगर आप बीमार पड़ भी गए तो वह आपको जल्दी ठीक करने में भी सहायता करते हैं. इसके अलावा करीबी लोगों के साथ मेलजोल, खुशहाल वातावरण भी जीवन प्रत्याशा बढ़ाता है.
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अमेरिकी पुरुषों पर केन्द्रित इस अध्ययन को अगर भारतीय परिवेश के अनुरूप ढाल कर भी देखा जाए तो बहुत हद तक इसके नतीजे भारतीय जीवनशैली पर सटीक बैठते हैं.
जीने के लिए पैसा बहुत जरूरी है लेकिन उससे भी कहीं ज्यादा जरूरी है अपनों का साथ और उस साथ में अपनेपन का अहसास. पैसा आपको कुछ पल की शांति तो दे सकता है लेकिन जीवन अकेले या तन्हां व्यतीत नहीं किया जा सकता. उसके लिए आपको किसी एक व्यक्ति की जरूरत तो पड़ती ही है जो आपके गम में दुखी हो और आपकी खुशी में उसे भी खुशी मिले. अगर अभी तक आपने अपने लिए किसी ऐसे साथी की तलाश नहीं की है जो आपको समझे और आपके दुख में आंखें नम करे तो देर मत कीजिए.
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