Posted On: 13 Jun, 2010 Others में
मेरा कुछ दिन पहले ट्रान्सफर हुआ है । पर पिताजी के देहांत की वजह से रीपोर्टींग नहिं कर पाई। कल मुझे अपनी नई जगह पर रिपोर्टींग करना है। पता नहिं आप सब से और जागरण से संपर्क रहेगा या नहि? छुट्टी मिलने पर ही आ पाउंगी।
इसीलिये परसों 15 जून को पोस्ट करनेवाली मेरी अपनी रचना आज ही पोस्ट किये देती हुं। पता नहिं “कल हो ना हो!!!!
ये है जागरण जंकशन .. ये है जागरण जंकशन
सबसे बडा ये जंकशन है भैया सब से बडा है स्टेशन
ये है जागरण जंकशन .. ये है जागरण जंकशन
तरहां तरहाँ के ब्लोग यहाँ पर तरहाँ तरहाँ की बातें।
हर कोई लिखना जो चाहे अपने मन कि बातें।
साफ साफ ये दिखलाता है हर चहेरे को दर्पन..
ये है जागरण जंकशन .. ये है जागरण जंकशन
मेट्रो लाईफ की सवारी करलो या जनरल डिब्बे में।
न्यूज़ बर्थ पर आकर बैठो या सोश्यल इश्यु में।
लोकल टिकिट से करवाता है ये सब का मनोरंजन…
ये है जागरण जंकशन .. ये है जागरण जंकशन
मस्ती मालगाडी में झुमो, बिज़नेस कोच है ख़ाली।
स्पोर्टस मेल के आने की अब देखो है तैयारी।
ना लो अब तुम अपनी सवारी का कोई भी टेन्शन…
ये है जागरण जंकशन .. ये है जागरण जंकशन
रीडर ब्लोग या जागरण ब्लोग हो मैं पढना ही चाहुं।
संपादकीय या हेल्थ ब्लोग हो सब कुछ सीख जो पाउं।
टुल्स और टीप्स से देखो भैया मिलता है क्या लेसन!!
ये है जागरण जंकशन .. ये है जागरण जंकशन
मैं भी पगली झुम के गाउं अपनी प्यारी कविता।
टेकनोलोजी और हास्य व्यंग से पाती हुं एक सरिता।
मेरा ब्लोग भी आ जायेगा बढ गई दिल की धडकन…
ये है जागरण जंकशन .. ये है जागरण जंकशन
बेचेनी कैसी ना समझुं !! ना जानुं दिवानी!!!
कैसा रिश्ता बांध लिया है कैसी है नादानी!!!
“राज” बता कैसा है नाता और कैसा है बंधन!!!!
ये है जागरण जंकशन…ये है जागरण जंकशन…
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