Menu
blogid : 1412 postid : 85

एक श्रध्धांजली उसे भी……..

मेरी आवाज सुनो
मेरी आवाज सुनो
  • 88 Posts
  • 716 Comments

ऋचाजिंदगी को और भी विस्तार देंगी औरतें

.         बंध रहीं संगठनों में, लड़ रही अन्याय से, जिदंगी को और भी विस्तार देंगी औरतें।औरत की तस्वीर बनानेवाली…

बच्चों की मुस्कान अब उनका जीवन

घर का बोझ उठाने वाले बच्चे की तकदीर न पूछ, बचपन घर से बाहर निकला और खिलौना टूट गया-मुनव्वर राना का यह शेर उन लड़कियों पर माकूल बैठता है, जिनका जिक्र इस खबर में है। अभिशप्त बचपन की शिकार इन बच्चियों को वक्त ने समझदार बना दिया है। इतनी समझदार कि खुद की उम्र भले कम हो, लेकिन अपने से छोटे बच्चों को वे बड़ी बहन-सा स्नेह दे रही हैं। पनाह देने वाले ही दुश्मन बन जाएं, तो सिर छुपाने के लिये सारा आकाश भी कम है। बच्चों की मुस्कान समझानेवाली…

जीनाइसीकानामहै

लखनऊ के इस्लामिया कालेज के पीछे बने चर्च में रहने वाली शिरीन के इस प्रेम के चलते ही धीरे-धीरे रिश्तेदारों ने उनसे किनारा कर लिया। अब उम्र के आखिरी पड़ाव पर वह और उनके कुत्ते एक-दूसरे का सहारा बने हैं। कुत्तों के प्रति उनके प्रेम को देख कर लोगों ने उन्हें ‘कुत्ते वाली आंटी’ का खिताब दे दिया है।शीरीन की ज़िंदगी के बारे में बतानेवाली…….

बेबसी के आंसू अब और नहीं.

घरेलू उत्पीड़न से परेशान महिलाएं कलेक्ट्रेट स्थित जिला प्रोबेशन अधिकारी कार्यालय में मुकदमा दर्ज करा सकती हैं। यहां काउंसलर्स द्वारा दोनों पक्षों को बुलाकर उनकी काउंसलिंग की जाती है। आपसी सहमति नहीं बनने पर अदालत का विकल्प खुला होता है।

समजोते और अदालत दोनों का विकल्प का महत्व समजानेवाली…ऋचा आज हमारे बीच नहिं है।

दैनिक जागरण की युवा पत्रकार ऋचा त्रिपाठी को हमारी हार्दिक भावभीनी श्रध्धांजली

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh