बागी बलिया जय जय जननी मातृभूमि माटी उत्तर पर्देश जननी भारत माता की जय
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नमामि मातु भारती! नमामि मातु भारती! हिमाद्रि-तुंग-शृंगिनी त्रिरंग-अंग-रंगिनी नमामि मातु भारती सहस्त्र दीप आरती। समुद्र-पाद-पल्लवे विराट विश्व-वल्लभे प्रबुद्ध बुद्ध की धरा प्रणम्य हे वसुंधरा। स्वराज्य-स्वावलंबिनी सदैव सत्य-संगिनी अजेय श्रेय-मंडिता समाज-शास्त्र-पंडिता। अशोक-चक्र-संयुते समुज्ज्वले समुन्नते मनोज्ञा मुक्ति-मंत्रिणी विशाल लोकतंत्रिणी। अपार शस्य-संपदे अजस्त्र श्री पदे-पदे शुभंकरे प्रियंवदे दया-क्षमा-वंशवदे। मनस्विनी तपस्विनी रणस्थली यशस्विनी कराल काल-कालिका प्रचंड मुँड-मालिका। अमोघ शक्ति-धारिणी कुराज कष्ट-वारिणी अदैन्य मंत्र-दायिका नमामि राष्ट्र-नायिका। – गोपाल प्रसाद व्यास
सारे जहाँ से अच्छा
सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान हमारा हम बुलबुलें हैं उसकी वो गुलसिताँ हमारा। परबत वो सबसे ऊँचा हमसाया आसमाँ का वो संतरी हमारा वो पासबाँ हमारा।
गोदी में खेलती हैं जिसकी हज़ारों नदियाँ गुलशन है जिनके दम से रश्क-ए-जिनाँ हमारा।
मज़हब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना हिंदी हैं हम वतन है हिंदुस्तान हमारा।
– मुहम्मद इक़बाल
जय जय जननी मातृभूमि माटी उत्तर पर्देश जननी भारत माता की जय- भारत माता भक्त क्रांतिकारी मनीष सिंह-भारत माता एक मौका दो तुम्हारा क़र्ज़ चुकाने का ,अपने इस बेटे से जो तुम माँगो जान, अपना सर काट कर समर्पित कर देगा ये क्रांतिकारी मातृभूमि भारत माता भक्त मनीष सिंह. जय जय जननी मातृभूमि माटी की जय.
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