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देश में टोलियां घूम रही हैं। कहीं युवाओं की फौज तैयार हो रही है। कहीं भ्रष्टाचार के खिलाफ लोगों को गोलबंद किया जा रहा है। एक टीम, भारत-पाक की नजदीकी पर गौर फरमा रही है। दूसरी, उपन्यासों को पढ़कर, सूत्र निकालने, हमले की तैयारी में है। कमोबेश, टोलियों का लक्ष्य एक ही है, गोटी लाल करना। देखिए अपने अमूल बेबी को। युवाओं को एकजुट करने में लगे हैं। उनकी अगुवाई में पूरे भारत के युवाओं में बदलाव लाने की मुहिम चल रही है। उनकी ललकार युवाओं की आवाज बनें यही चाह है गांधी की। हजारों की भीड़ से पांच-दस ऐसे नौजवानों की तलाश, खोज मे राहुल बाबा लगे हैं जो तकदीर बदलने की काबिलियत रखते हों। जो यूपी के बहाने पूरे देश से अत्याचारी व अन्यायी व्यवस्था को हिला के रख दे। उनकी संघर्ष दिल्ली तक गूंजे। मायावती का पत्ता साफ हो सके। उसके लिए युवा रूपी हथियार की जरूरत है राहुल गांधी को। एक टीम दिल्ली में डेरा डाले हुए है। चांदनी चौक के 17 इलाकों को भ्रष्टाचार के खिलाफ तैयार करने की जुगत में अन्ना की टीम लगी है। जनमत संग्रह हो रहा है। कैसे मिटेगा देश से भ्रष्टाचार। अहम सवाल का साधारण, टका सा जवाब। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा के जिम्मे सौंप दो। बारह सवाल बारह तरीके से। अमर सिंह उलझ गए हैं सवालों का जवाब देते। अब नोट लिया तो बदले में वोट तो दिया ही। इसमें पूछने की बात क्या है। अगर नहीं कुछ देते, पैसा गपतगोल कर देते तो फंसते। अब वोट दिया बात खत्म। सत्ता को गिरने से बचाया ये कम थोड़े ना है। कुछ खा के अगर देश पर चुनाव नहीं थोपा,करोड़ों बचाया, उल्टे पुलिस सवाल-दर-सवाल कर रही है। अब तिवारी रक्त का नमूना देने से इनकार कर रहे हैं इन्हें पितृत्व मामले में डीएनए जांच नहीं करवानी तो कोर्ट ने क्या कर लिया। भई, तिवारी जैसे कई राजनेता डीएनए टेस्ट करवाने लगे तो पता चले कि इंडिया थाईलैंंड हो गया। फिर श्रीपद्मनाभस्वामी मंदिर में छठे तहखाने के लिए कमेटी नहीं बनानी पड़ती। अपने धोनी को नहीं देखते। गेंदबाजी कर रहे हैं। भारत के पास गेंदबाज नहीं है तो क्या करे बेचारा। कप्तान हैं तो सोचेगा टीम के लिए कौन। धोनी भी किताबों को पढ़कर गेंदबाजी सीख रहे हैं। इन दिनों कई आतंकवादी गुट जासूसी किताबों को पढ़कर सीक्वल पर सीक्वल, मर्डर के बाद मर्डर-2 फिल्में देखकर, कहानियां व मौलिक आइडिया को चुराकर सीरियल ब्लास्ट करावा रहे हैं। मुंबई में 2008 में आतंकी हमला इन्हीं उपन्यासों के पन्ने हैं। यह बूटल आर्ट आफ रिपिंग, पोकिंग एंड प्रेसिंग वाइटल टारगेट्स की देन है कि हिना को ऐसे समय में पाक की विदेश मंत्री पद सौंपा गया है जब भारत-पाक के बीच शांति वार्ता भी चल रही है और पाकिस्तान का दोहरा चरित्र भी उजागर हो रहा है। पाक भारत के खिलाफ छद्म युद्ध लडऩे की तैयारी में चरमपंथी समूहों को उकसा, पाल रहा है। अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन भारत की प्रगति देखकर लौट गयी हैं। रिश्ते मजबूत करने आयी थी। आतंकवाद को सफाया करने के लिए भारत के नेतृत्व में एशिया प्रशांत क्षेत्र के भविष्य को सकारात्मक शक्ल देने की बात कर रही थी अब पाकिस्तान के लिए जवाब खोज रहीं हैं। कश्मीर के अलगाववादी नेता व आइएसआइ एजेंट गुलाब नबी फई की गिरफ्तारी पर अमेरिका को कोसता पाकिस्तान सामने खड़ा है। उसे संभालने के लिए टीम नहीं है अमेरिका के पास। वैसे भी अमेरिकी टीम लाचार है। तिब्बत किसका है वह उसे मालूम नहीं। चीन को रूठने से रोकना व दलाई लामा से गलबाहियां करना उसकी मजबूरी है। अब एफबीआइ की टीम रूपर्ट मर्डोक की न्यूज कार्पोरेशन की अमेरिका में गतिविधियों की जांच करेगी तो करे। कैटरीना के पास अब बाइक नहीं है। वो बाइक चलाना चाहती है सो, टीम मिल गयी है। रितिक अब उसे एक बाइक देंगे। कैटरीना ने रितिक को बाइक पर घुमाकर अपने बेहतर चालक होने का प्रमाण भी दे दिया है। तो बात हो रही थी टीम की,
भई, ये मौसम ही ऐसा है टीम ऐसे ही हर रोज बनेगी, अब आपको सोचना है कि आप किस टीम का हिस्सा बनना पसंद करेंगे।
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