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आज प्यार का एहसास समझाती हूं, और उस एहसास को शब्दों में बताती हूं,
प्यार का एहसास – वो एहसास कुछ ऐसा होता है कि जो पास न हो वो भी महसूस होता है ,
कोई सामने भले ही न हो पर मन की आंखो में जरूर होता है, क्योंकि ये प्यार का एहसास कुछ अलग ही होता है ।।
हर बात में हर लफ्ज़ में उनका जिक्र खुद ब खुद होता है,
उनसे रूठो भी तो उनसे ही बात करने को मन होता है,
यूं दो लोगो के बीच कुछ अलग सा ही रिश्ता होता है,
अब क्या कहे जनाब ये प्यार का एहसास कुछ अलग ही होता है।।
दूर होते हुए भी यादों का सफर हमेशा साथ होता है,
की उन यादों में हर लम्हा कब निकल जाता है महसूस ही न होता है ,
घड़ी की सुई आगे बढ़ती जाती है और यादों का पिटारा भरता जाता है ,
जब दो लोग साथ होते है तो लम्बा रास्ता भी न जाने कब खत्म हो जाता है,
हर एक पल मानो चुटकी में बीत जाता है, इसीलिए कहते कि जनाब प्यार का एहसास कुछ अलग ही होता है।।
दोनों के बीच का विश्वास इस एहसास को और मजबूत बना देता है, उन दो लोगो को कुछ और करीब ला देता है,
बिना कहे ही बात समझ लेते है , समय के साथ ये प्यार कुछ इस कदर बढ़ता जाता है,
हर पल मानो एक दूसरे के लिए हो जाता है , साथ हो या दूर उनका ख्याल हमेशा मन में आता है ,
की अब क्या ही कहे जनाब की प्यार का एहसास कुछ अलग ही कर जाता है।।
इस प्यार के एहसास को जितना जियो उतना कम है, क्योंकि ये ज़िन्दगी में एक अलग सा ही आंनद भर जाता है ,
अब बस यही कहूंगी कि प्यार का एहसास ज़िन्दगी में कुछ अच्छे बदलवा लाता है, इंसान को और खुश और मज़बूत बना देता है , प्यार का एहसास कुछ अलग ही होता है।।
©meghashrm245
डिस्क्लेमर : उपरोक्त विचारों के लिए लेखक स्वयं उत्तरदायी हैं। जागरण जंक्शन किसी भी दावे या आंकड़े की पुष्टि नहीं करता है।
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