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मुझे भूल ना जाना ………

Hum bhi kuch kahen....
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आदरणीय मंचवासियों , JJ संपादक गण एवं प्रिय पाठको ,
सादर नमस्कार !!

आप लोगो के साथ मैं काफी दिनों से जुडी हुयी हूँ ! और अब ये मंच मुझे एक परिवार की तरह लगने लग गया है ! और परिवार से दूर होना क्या होता है हम सब जानते हैं ! काफी दुःख होता है दूर रहने में लेकिन कभी कभी मजबूरी के तहत दूर रहना पड़ता है ! ऐसे में हम अपने परिवार को कितना मिस करते हैं ये मुझे बताने की कतई आवश्यकता नहीं है क्यूंकि आप सभी इसे भली भांति जानते हैं ! अतः मुझे भी कुछ दिनों के लिए आप लोगों से दूर रहना पड़ेगा कुछ पारिवारिक व्यस्तता के कारण ! अतः आप लोगो से जुड़े रहने का पूरा प्रयास करुँगी ! लेकिन कुछ समय के लिए विदा चाहती हूँ ! और आशा करती हूँ की जब मैं वापस लौटूंगी तो आप लोग मुझे भूले नहीं होंगे ! फिर से वापस लौटकर मुझे वही प्यार मिलेगा ऐसी उम्मीद करती हूँ ! अगर कभी भी किसी को मेरे कथन या लेखन के कारण कोई दुःख पहुंचा हो तो तहे दिल से क्षमा मांगती हूँ ………

अब आप लोगो का ज्यादा समय ना लेते हुए विदा होती हूँ ! FB पे मुलाक़ात होती रहेगी ऐसी उम्मीद है ! जल्दी से वापस लौटने का वादा करते हुए आप सभी को सादर प्रणाम !!
धन्यवाद 🙂 :)………..
सब लोग हमेशा मुस्कराते रहना 🙂 🙂 ……….

दूरियां होती हैं कभी कभी
मजबूरियां होती हैं कभी कभी
लेकिन एक अहसास होता है
कि कोई तो है जो हमें याद करता है …
कोई तो है इस जहान में जो हमें मिस करता है …

.…………………..प्रवीन मलिक….

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