कुछ कही कुछ अनकही
- 193 Posts
- 159 Comments
करने देना उजाला चिरागों को
गुरुर में तू बौरायी हवा मत हो जाना
वक्त चाहे अच्छा हो या बुरा
तू अच्छा ही रहना बुरा मत हो जाना
छू ले गर कभी ऊंचाईयां जीवन में
रखना रिश्ते ज़मीं से आसमां मत हो जाना
लिख लेना दिल में जो देखा जो जिया
बस यूँ ही खाली सफा मत हो जाना
Read Comments