Menu
blogid : 4773 postid : 819805

हिंदुस्तान हूँ मैं

Great India
Great India
  • 107 Posts
  • 253 Comments

बॉम्बे मेरी आँखे दिल्ली मेरा दिल
कलकत्ता मेरी ज़ुल्फ़ें लखनव गाल का तिल
हिंदुस्तान हूँ मैं हिंदुस्तान हूँ मै

ग़ैरों का क्या ज़िक्र करून मैं अपनों ने भी लूटा
मेरी आँख से आंसू छलके दिल का दर्पण टूटा
ज़ख्म मिले जीवन को इतने हंसना मेरा छूटा
मधुबन मेरा जीवन मुरली मेरी तान
मेरा दुःख है ये सबके लिए देकर जान
बेजान हूँ मै हिंदुस्तान हूँ मैं हिंदुस्तान हूँ मैं

अब तो लोगों ने समझा है राजनीत को धंधा
करके घोटाले कर लेते हैं अपना दामन गन्दा
डाल रखा है धर्म की गर्दन पर नफरत का फंदा
लाशों की कीमत पर बिकते हैं मज़हब
डाकू बन कर लूट रहे हैं मुझको अब
हिंदुस्तान हूँ मैं हिंदुस्तान हूँ मै

आज़ादी के पहले यहाँ पर सब थे भाई भाई
आज़ादी के आते ही यहाँ नफरत की आंधी आई
फिर्कापरस्ती के नारों ने ये आग लगायी
टूटे मेरे सपने और फूटे मेरे भाग
मुझको डसते हैं ये खद्दर वाले नाग
हैरान हूँ मै परीशान हूँ मैं हिंदुस्तान हूँ मैं हिंदुस्तान हूँ मैं

उलझन से थी कोरी मैं चिन्ता से छुटकारा
कम होता था अपनी गली में रातों को भी अँधियारा
पहले सुहानी रात यहाँ थी दिन था प्यारा प्यारा
कल तक था मेरे सर पर फूलों वाला ताज
कुछ लोगों ने मेरा ये हाल किया है आज
रेगिस्तान हूँ मैं हिंदुस्तान हूँ मैं हिंदुस्तान हूँ मै
==============================

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh