हम आपस में ही लड़ मरेंगे narayani Kuch anubhav... Kuch vichar... वर्ल्ड कप मिला हमे, सारा देश झुमा
सचिन को भारत रत्न क्यों मिले ?
इस बहस से महसूस हुआ, क्या वह हम हीं है?
अन्ना ज़ी की मुहीम चली, सारा देश झुमा
अन्ना ज़ी के साथ कितने भ्रष्ट चल रहे.
उसकी गिनती शुरू कर दी हमने ,
क्या खुश होने वाले हम हीं थे ?
टी.वी. या मिडिया की खबरों के, प्रसारण तक,
हम खुश होंगे ये हमने तय कर लिया है
क्योकि वो प्रसारण दुनिया देखती है,
हम अन्दर ही अन्दर लड़ मरेंगे, उसका फायदा,
दुसरो को कितना होगा हमे मालूम है
दो बिल्ली की लड़ाई में बंदर रोटी उड़ा ले जाता है,
ये कहानी बरसों से सुनी, पुराने लोगो की जुबानी,
तो भी जान बुझ कर आँख मुंदने की ठानी
अब भी आतंक वाद के मसले पर हमारा वही है रवैय्या,
कितने मारे गये वो गिनती हमे आती नही ?
किसने क्या बोला उसका एक एक शब्द हमे
मात्रा सहित याद है ?
हम ह़र दिन यही कर रहे है, बाकि के देश
आने वाली पीढ़ी की सीढ़ी बन रहे हैं हम
पीढ़ी के लिए सीढ़ी ही नही छोड़ेंगे
हम आपस में ही लड़ मरेंगे.
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