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ये रिश्तेदारी,ये दोस्ती-यारी

Negative Attitude
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ये रिश्तेदारी,ये दोस्ती-यारी,
कोई माँ,कोई बाप,
कोई बहन,कोई भाई
कोई बेटा तो कोई बेटी पराई
कोई सखा,कोई सहकर्मी
कोई पिया तो कोई प्रीत पराई
बस वक़्त की जुडती कड़ियाँ है
लम्हों की रंगीन फुलझड़ियाँ है
प्रीत की लौ से दमकती है
वर्ना सुलगाये नहीं सुलगती
वक़्त की बढती पैठ
किसी छलावे से कम नहीं
वक़्त से वक़्त की जुडती पारी
नूतन से पुरातन,किसी बहलावे से कम नहीं
ये रिश्तेदारी,ये दोस्ती-यारी,
बस वक़्त की जुडती कड़ियाँ है
लम्हों की रंगीन फुलझड़ियाँ है
रिश्ते से रिश्तों की गुमां
है स्तम्भ तब तक जवां
बोलते जब तक एक दुसरे की जुबाँ
ये रिश्तेदारी,ये दोस्ती-यारी,
बस वक़्त की जुडती कड़ियाँ है
लम्हों की रंगीन फुलझड़ियाँ है
कई दिवाली बीत गयी और कई आनी वाली है
बदला कुछ भी नहीं
देवता वही,आस्था भी वही
बस बदले तो दीये जलाने वाले है
उत्सव का ये मौसम हमसे बिछड़ने वाला है
विदाई और स्वागत का गवाह बनने वाला है
2012,अब 2013 हो जायेगा
समय फिर समयसीमा बनाएगा
बीते और बर्तमान के इस डोर में
वक्त की कई और कड़ियाँ जुड़ता जायेगा
ये रिश्तेदारी,ये दोस्ती-यारी,और कुछ नहीं
बस वक़्त की जुडती कड़ियाँ है
लम्हों की रंगीन फुलझड़ियाँ है
प्रीत की लौ से दमकती है
वर्ना सुलगाये नहीं सुलगती..:-)

भाई दूज की हार्दिक शुभकामनाएँ!!]

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