दिमाग में कई तरह के सवालों को जन्म देने वाली देश की सबसे बड़ी मर्डर मिस्ट्री आरुषि-हेमराज हत्याकांड में अभियोजन पक्ष के गवाह के रूप में पेश हुए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारी ने गाजियाबाद की विशेष अदालत को बताया कि आरुषि और हेमराज दोनों की हत्या तलवार दंपति (राजेश और नुपुर तलवार) ने की.
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सीबीआई के पुलिस अधीक्षक एजी कौल ने अदालत को बताया कि राजेश और नुपूर तलवार ने ही दोनों की हत्या की क्योंकि जिस वक्त आरुषि और उनके नौकर हेमराज की हत्या हुई उस वक्त फ्लैट के अंदर और बाहर कोई नहीं गया था. फ्लैट में दाखिल होने और निकलने के लिए मात्र एक दरवाजा है. उस वक्त फ्लैट में चार लोग मौजूद थे. इन चार लोगों में तलवार दंपति के अलावा उनकी बेटी आरुषि और नौकर हेमराज था इसलिए सीबीआई ने दावा किया है कि हत्या घर के अंदर के लोगों ने ही की.
इससे पहले नौ अप्रैल की सुनवाई के दौरान गुजरात फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी (जीएफएसयू) के एक अधिकारी ने बताया था कि हत्या में संभवत: गोल्फ स्टिक और सर्जिकल चाकू का इस्तेमाल किया गया. उस समय अधिकारी ने भी कहा कि तलवार दंपत्ति को छोड़कर किसी और ने इस अपराध को अंजाम नहीं दिया होगा.
वैसे यह कोई नई बात नहीं है कि तलवार दंपति पर इस हत्याकांड को अंजाम देने का इल्जाम लगा हो. इससे पहले भी उन पर अपनी बेटी और नौकर की हत्या का आरोप लग चुका है.
सोना का मायाजाल खो रहा है जादू
गौरतलब है कि 16 मई, 2008 को 14 साल की आरुषि और नौकर हेमराज की हत्या हो गई थी. पहले हत्या का आरोप उसके नौकर हेमराज पर लगा था लेकिन बाद में हेमराज की लाश तलवार के घर की छत से मिली जिसके बाद से ही राजेश और नूपुर तलवार पर ही शक की सुई टिकी हुई है. पिछले दिनों हेमराज का पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर नरेश राज ने इस मामले में खुलासा करते हुए कहा था कि हेमराज ने मौत से पहले आरुषि तलवार से रेप या सेक्स की कोशिश की थी.
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