अफगानिस्तान शिक्षा, स्वास्थ्य और विनिर्माण के क्षेत्र में आगे बढ़े इसका भारत हमेशा से ही समर्थक रहा है और इसके लिए सहयोग भी करता है. हाल ही में पीएम नरेंद्र मोदी ने अफगानिस्तान में भारत के सहयोग से तैयार नए संसद भवन का उद्घाटन किया था. लेकिन कुछ लोग हैं जो यह नहीं चाहते कि भारत और अफगानिस्तान के संबंध और अधिक प्रगाढ़ हो. इसलिए समय-समय पर आतंकी हमलों को अंजाम देते हैं.
पिछले रविवार को अफगानिस्तान में कुछ हथियारबंदों ने भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमला कर दिया, जिसके बाद भारतीयों की जान खतरे में पड़ गई. लेकिन अफगानिस्तान के बल्ख प्रांत के गवर्नर अता नूर मोहम्मद भारतीयों की रक्षा करना अपनी जिम्मेदारी मानकर बंदूक के साथ लड़ाई में कूद पड़े.
सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीरों में अता नूर मोहम्मद राइफल को हाथ में पकड़े दिखाई दे रहे हैं. एक तस्वीर में वह निशाना लगा रहे हैं, तो दूसरी तस्वीर में वह सैनिकों से बातचीत करते हुए इस ऑपरेशन की अगुवाई करते दिखाई दे रहे हैं.
इस हमले के बाद भारतीय दूतावास के राजदूत अमर सिन्हा ने ट्वीट किया और बताया कि “विशेष बलों द्वारा मजार में अभियान जारी है. गवर्नर अता खुद निगरानी कर रहे हैं, दूतावास में सभी सुरक्षित हैं.”
आपको बता दें कि नूर मोहम्मद अफगानिस्तान में सोवियत हमले के दौरान एक मुजाहिदीन थे और उन्हें बकायदा प्रशिक्षण प्राप्त किया है और बतौर कमांडर की भूमिका भी निभा चुके हैं. जब यह हमला किया गया तब नूर टीवी पर भारत और अफगानिस्तान के बीच फुटबॉल मैच का मजा ले रहे थे.
आतंकी हमले पर नूर मोहम्मद कहते हैं कि “आतंकवादी भारत और अफगानिस्तान के बीच बेहतर होते रिश्ते को खराब करना चाहते थे और वह भारत के राजनयिकों की हत्या करना चाहते थे लेकिन मैने आतंकियों के खिलाफ लड़ना अपनी जिम्मेदारी समझा.”…Next
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