आपने पिछले साल रिलीज हुई फिल्म ‘हवाईजादा’ तो जरूर देखी होगी, जिसमें दुनिया के पहले हवाईजहाज के अविष्कारकर्ता शिवकर बापूजी तालपडे की कहानी को दिखाया गया है. लेकिन बदकिस्मती से हवाईजहाज के अविष्कार का श्रेय राइट ब्रदर्स को दिया जाता है. इस बारे में सभी का अपना-अपना तर्क है. बहरहाल, कुछ ऐसा ही मामला इन दिनों फिर से चर्चा में है. दरअसल, पिछले दिनों ईमेल के जनक माने जाने वाले रेमंड टॉमलिनसन का निधन हो गया. जिसपर रेमंड के बारे में तरह-तरह की खबरों ने, एक व्यक्ति को हताश कर दिया. क्योंकि कैब्रिज में रहने वाले शिवा अय्यादुरै नाम के ये व्यक्ति खुद को ईमेल के जनक के रूप में मानते हैं.
14 साल के भारतीय लड़का ने दिया था पुरे विश्व को ई-मेल
उन्हें लगता है कि उनके साथ बहुत नाइंसाफी हुई है. उनका दावा है कि सबसे पहले ईमेल एड्रेस शुरू करने का विचार उनका था. उल्लेखनीय है कि न्यूयॉर्क में जन्में रेमंड टॉमलिनसन को बहुत से लोग ईमेल एड्रेस में @ सिबंल के प्रयोग करने के रूप में पहचानते हैं. जबकि दूसरी ओर 7 वर्ष की आयु में अमेरिका में बसे शिवा ने 14 वर्ष की आयु में ईमेल का अविष्कार करने का दावा किया है. इस बारे में शिवा बताते हैं कि ‘1978 में जब मैं 14 साल का था तो उस समय टेक्नोलॉजी के लिए कोई साधन नहीं था. उस दौरान मेरा काम लोकल एरिया नेटवर्क और इथरनेट कॉर्ड पर आधारित था. टॉमलिनसन ने कंप्यूटर के बीच टेकस्ट मैसेज भेजा था. जबकि टेकस्ट मैसेज ईमेल नहीं है. ईमेल एक अलग सिस्टम है. जिसमें इनबॉक्स, ऑउटबॉक्स, ड्राफ्ट, अटैचमेंट आदि होता है. उस दौरान मैंने ऐसा सॉफ्टवेयर सिस्टम बनाया था जो इंटरऑफिस मेल सिस्टम जैसा था.
इन चीजों का हुआ अविष्कार और देखते-देखते बदल गए आप
अय्यादुरै आगे कहते हैं कि मैंने इस सिस्टम का नाम ईमेल रखा था. इससे पहले इस टर्म का कभी इस्तेमाल नहीं किया गया था. इसलिए मैंने इस सॉफ्टवेयर पर पहला यूएस कॉपीराइट करवाया. उस वक्त मैं ऑफिशियली ईमेल का जनक बन गया. जब अमेरिका का सुप्रीम कोर्ट सॉफ्टवेयर पेटेंट को स्वीकार नहीं करता था.’ शिवरात्रि के दिन अपने ट्वीट में शिवा ने दावा करते हुए कहा मुझे लगता है कि ‘मैं अमेरिका में भेदभाव का शिकार हुआ हूं. मुझे उम्मीद है कि आज शिवरात्रि के दिन सत्य और न्याय की रात, मेरी बरसों पुरानी इस लड़ाई की जीत जरूर होगी’…Next
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