आजकल पूरे देश में बाबाओं की चर्चा हो रही है. कोई अपने द्वारा किए गए कुकर्मों की वजह से सुर्खियों में है तो कोई चुनाव की वजह से. अब योग गुरु बाबा रामदेव (Baba Ramdev) को ही देख लीजिए, गए थे छत्तीसगढ़ में भाजपा के पीएम इन वेटिंग नरेंद्र मोदी का गुणगान करने लेकिन उसमे ही फंस गए.
बाबा रामदेव (Baba Ramdev) को भाजपा के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह का प्रचार करना महंगा पड़ा है. चुनाव आयोग ने इसे गंभीरता से लेते हुए छत्तीसगढ़ में बाबा रामदेव का राजकीय अतिथि का दर्जा छिना. उसके बाद चुनाव आयोग ने जिले के कलेक्टरों से बाबा रामदेव की सभाओं की रिपोर्ट मांगी है. आयोग ने बाबा रामदेव की रैलियों की वीडियोग्राफी कराने का भी आदेश दिया है. छत्तीसगढ़ स्वाभिमान मंच ने योग गुरू रामदेव पर राज्य अतिथि बनकर भारतीय जनता पार्टी का प्रचार किए जाने की चुनाव आयोग से शिकायत की थी.
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उधर बाबा रामदेव (Baba Ramdev) की मोदी के पक्ष में तारिफ कांग्रेस को इतनी बुरी लगी कि उन्होंने बालोद जिले में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने बाबा रामदेव के खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज कराई है. यहां तक कि मंगलवार की शाम छत्तीसगढ़ से दिल्ली वापस लौट रहे बाबा रामदेव को रायपुर एयरपोर्ट पर बड़ी संख्या में लोगों ने काले झंडे दिखा. कांग्रेसी महिला कार्यकर्ताओं ने जबरदस्त विरोध करते हुए रामदेव पर चूड़ियां और बिंदी फेंके.
वैसे यह पहली बार नहीं है जब बाबा रामदेव (Baba Ramdev) ने खुले रूप से मोदी का समर्थन करके उनका गुणगान किया हो. उन्होंने बहुत पहले ही सावर्जनिक मंच पर यह ऐलान कर दिया था कि भावी प्रधानमंत्री के रूप में मोदी ही सबसे योग्य नेता हैं. वह मोदी को भाजपा से भी अधिक अहम नेता मानते हैं. उनके अनुसार मोदी साहसी, राष्ट्रवादी और बेहतर नेतृत्वकर्ता हैं जो देश को नई उंचाई दे सकता है.
विवादों से नाता रखने वाले रामदेव बाबा को पिछले दिनों लंदन के इमीग्रेशन और कस्टम अधिकारियों ने लंदन-हीथ्रो एयरपोर्ट पर लगभग आठ घंटे से ज्यादा समय तक रोककर पूछताछ की. अधिकारियों ने उनके सामानों की भी जांच की. उस समय यह चर्चा में था कि इस पूछताछ के पीछे कांग्रेस का हाथ था या नहीं.
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