भारत में ऐसे कई नेता हैं जिन्होंने अपने सियासी बयानों के चलते भारतीय राजनीति में एक अलग पहचान बनाई है. उन्हीं में से एक हैं केन्द्रीय इस्पात मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा. हालांकि कांग्रेसी नेता बेनी प्रसाद (Beni Prasad Verma in Hindi) का बयान अन्य नेताओं से बिलकुल जुदा होता है इसी वजह से लोग उन्हें मंत्री के रूप में कम विवादित बयान देने की वजह से ज्यादा जानते हैं.
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अब हाल ही का बयान ले लीजिए. बेनी प्रसाद वर्मा ने गोंडा में एक विवादित बयान देते हुए मुलायम सिंह यादव पर आतंकियों को संरक्षण देने का गंभीर आरोप लगाया जिस पर समाजवादी पार्टी और मुलायम सिंह की तरफ से कड़ी आपत्ति जताई गई. वैसे वह इस तरह के बयान बीजेपी और आरएसएस पर लगा चुके हैं लेकिन बेनी प्रसाद जो न केवल अभी कांग्रेस नेता हैं बल्कि मुलायम सिंह के पुराने सहयोगी भी रह चुके हैं ऐसे में उनसे कम ही उम्मीद की जाती है कि अपने पार्टी के सहयोगियों पर इस तरह के बयान दें.
क्या कहा बेनी ने
लोकसभा क्षेत्र गोंडा के कुतुबगंज में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान का शिलान्यास करने के लिए गए बेनी प्रसाद ने कहा कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता है और न ही जाति, लेकिन मुलायम सिंह आतंकवादियों को मदद करते हैं. गोधरा के बाद मुलायम सिंह ने गुजरात विधानसभा का चुनाव लड़ा और मोदी की मदद की. वर्मा ने कहा, ‘मुलायम सिंह ने कल्याण सिंह जैसे लोगों से हाथ मिलाया जिन्होंने बाबरी मस्जिद गिराई थी’. बेनी के इस बयान के बाद सोमवार को संसद हंगामे के बीच स्थगित हो गया. मुलायम सिंह यादव ने बेनी प्रसाद वर्मा को मंत्री पद से हटाए जाने की मांग की.
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पहले भी मुलायम पर निशाना
इससे पहले भी बेनी प्रसाद वर्मा समाजवादी पार्टी और मुलायम सिंह पर निशाना साध चुके हैं. पिछले साल नवंबर में यूपी सरकार पर निशाना साधते हुए बेनी ने कहा कि सरकार मुस्लिम लड़कियों को शादी और पढ़ाई के लिए 30 हजार रुपये देने की योजना चला रही है. सरकार ऐसा 95 फीसदी अनुसूचित जाति, 25 फीसदी पिछड़ों और 10 फीसदी सामान्य वर्ग के लोगों को दरकिनार करके कर रही है.
अफजल को फांसी नहीं
पिछले दिनों संसद परिसर में पत्रकार नेताओं से हमले के दोषी अफजल गुरु पर सवाल पूछ रहे थे. इसी दौरान बेनी प्रसाद वर्मा ने अपने बयान में कहा कि अफजल गुरु को फांसी नहीं, उम्रकैद होनी चाहिए. इसके बाद इस मामले ने काफी तूल पकड़ा हालांकि, थोड़ी ही देर में वह अपने बयान से पलट भी गए.
बढ़ रही महंगाई से खुश बेनी बाबू
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बेनी प्रसाद वर्मा ने पिछले साल एक और विवादित बयान में कहा था कि वह बढ़ रही महंगाई से बहुत खुश हैं. बेनी ने कहा कि मैं महंगाई से बहुत खुश हूं, क्योंकि महंगाई से किसानों को फायदा हुआ है. इस बयान ने कांग्रेस की काफी किरकिरी की.
भ्रष्टाचार के लिए 71 लाख छोटी रकम है
इस्पात मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा ने भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद का बचाव करते हुए कहा कि खुर्शीद 71 लाख रुपये की छोटी रकम के लिए घोटाला नहीं कर सकते, उनकी छवि बहुत साफ है. उन्होंने कहा कि यदि रकम 71 करोड़ होती तो हम भी गंभीर होते.
आरक्षण के मुद्दे पर
पिछले साल उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग ने बेनी प्रसाद वर्मा के उस बयान के बाद आचार संहिता के उल्लंघन के लिए नोटिस थमाया जब उन्होंने कांग्रेस की सरकार बनने पर मुसलमानों को आरक्षण देने का वादा किया था.
बेनी प्रसाद भले ही इस तरह के बयानों से जंग खा गई अपनी राजनीति को तरासने में लगे हों लेकिन यदि बेनी के बयानों पर गौर फरमाएं तो पता चलता है कि उसमें तर्क कम और सनक, पागलपन या प्रचार की भूखा ज्यादा दिखाई देती है.
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