अगर आप सोच रहे हैं कि सेक्स का इस्तेमाल सिर्फ फिल्में हिट करवाने के लिए ही होता है तो आप गलत हैं. जमाना बदल चुका है और लोगों के फंडे भी. अब सेक्स के बूते सफलता की सीढ़ी चढ़ने में आम आदमी भी नहीं कतराता और फिल्मों में हम जिस राजनीति और सेक्स के कॉकटेल को देखते हैं वह असल जिंदगी में भी सामने आता है. इस बात का साफ सबूत है राजस्थान की राजनीति में आया हालिया तूफान जिससे वहां के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ऊपर तलवार लटक गई है.
भंवरी का भंवर
दरअसल राजस्थान की राजनीति में इस समय दो ऐसे केस सामने आए हैं जिन्होंने राजनीति को शर्मसार कर दिया है. पहले जो काम पर्दे के पीछे होता था अब वह नंगा नाच की तरह सामने नाचा जा रहा है. पहला केस है एएनएम भंवरी देवी के अपहरण और सेक्स वीडियो से जुड़ा. स्वास्थ्य विभाग में एएनएम के पद पर कार्यरत भंवरी देवी लापता है. आशंका है कि अपहरण के बाद उसकी हत्या कर दी गई है. इस पूरे प्रकरण में राजस्थान सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री महिपाल मदेरणा और कुछ अन्य लोगों के नाम जुड़ रहे हैं. इस पूरे कांड के पीछे सनसनीखेज सीडी बताई जा रही है जिसमें सरकार के कई आला नेता और अफसर आपत्तिजनक स्थिति में हैं.
चर्चा है कि भंवरी के पास एक ऐसी विस्फोटक सीडी है, जो सामने आने से राज्य के कई मशहूर हस्तियों की पोल खुल सकती है. भंवरी के पति अमरचंद नट ने सीधे तौर पर मंत्री महिपाल मदेरणा का नाम लेकर राजनीतिक हलके में सनसनी फैला दी थी. अमरचंद ने आरोप लगाया था कि हो सकता है कि भंवरी को पीएचईडी और जल संसाधन मंत्री महिपाल मदेरणा के इशारे पर मार दिया गया हो. अमरचंद के मुताबिक उसने मंत्री को बार-बार मना किया कि उसकी पत्नी को फोन न किया करें. लेकिन हर बार मंत्री कह दिया करते थे कि फोन भंवरी ने किया था.
भंवरी अपहरण प्रकरण में अब तक तीन ऑडियो और एक कथित आपत्तिजनक सीडी सामने आ चुकी है. ऑडियो सीडी में जहां भंवरी मंत्री से पैसे मांग रही थी वहीं वीडियो सीडी में मदरेणा अर्धनग्न स्थिति में भंवरी देवी के साथ बेहद अश्लील रूप से हैं.
इसी बीच भंवरी के पति अमरचंद ने कहा कि उसकी पत्नी की लंबे समय से कांग्रेस के बड़े नेताओं से जान पहचान है. उसने मदेरणा के साथ संबंधों पर एतराज जताया तो मंत्री ने उसे शराबी कह कर फटकार दिया.
कौन है भंवरी देवी
जोधुपर के जालीवाड़ा, उप स्वास्थ्य केंद्र पर ऑक्जीलियरी नर्स एंड मिडवाइफ के पद पर कार्यरत भंवरी देवी ने स्थानीय स्तर पर कई धार्मिक वीडियो में अभिनय भी किया है. उसका जोधपुर में एक शानदार घर है. भंवरी देवी तीन बच्चों की मां है. नर्स होने के बाद भी लोकल अभिनेत्री होने की वजह से भंवरी देवी का कनेक्शन कई बड़े नेताओं के साथ था. निजी फायदा उठाने के लिए भंवरी देवी ने कई लोगों से अंतरंग संबंध भी रखे जिसकी जानकारी सीडी और ऑडियो से मिलती है. ऐसा कहा जा रहा है कि महिपाल मदरेणा और मलखान सिंह विश्नोई के साथ भंवरी देवी की कई सेक्स सीडियां सीबीआई के हाथ लगी हैं. भंवरी देवी अपने खुले विचारों के कारण ऐसे गिरोह के फंदे में फंस गई थी जो उसके और बड़े नेताओं के संबंधों का खुद फायदा उठा कई सरकारी ठेके पास करवाने में लगा हुआ था. इसके साथ भंवरी देवी ने भी कई मौकों पर मदरेणा को ब्लैकमेल किया और उससे पैसे मांगे. ऑडियो में साफ होता है कि किस तरह भंवरी देवी मदरेणा से पैसे मांग रही है और पैसे ना मिलने की सूरत में सबका भांडा फोड़ने और सरकार गिराने की धमकी दे रही है.
अब तक इस पूरे कांड को हाई-प्रोफाइल बना दिया गया है जिसमें पूर्व विधायक महिपाल मदेरणा एवं कांग्रेस विधायक मलखान सिंह विश्नोई सहित आधा दर्जन लोगों से पूछताछ की जा रही है.
पारस देवी और रामलाल जाट
इसके साथ ही राजस्थान की राजनीति में दूसरा केस सामने आया है भीलवाड़ा डेयरी के चेयरमैन की पत्नी पारस देवी की मौत का. इस मामले में भी राजस्थान सरकार के ही बेहद खास खनन मंत्री रामलाल जाट फंस गए हैं.
रामलाल जाट मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री डॉ. सीपी जोशी के करीबी माने जाते हैं. आरोप है कि भीलवाड़ा डेयरी के चेयरमैन की पत्नी पारस देवी से रामलाल के अंतरंग रिश्ते थे. इस बात की जानकारी पारस देवी के पति को भी थी. रामलाल और पारस देवी के मध्य करीब डेढ़ माह पूर्व 27 सितंबर को भीलवाड़ा में विवाद हो गया. इसी विवाद के बीच पारस देवी ने विषाक्त पदार्थ खा लिया. हालत बिगड़ती देखकर रामलाल खुद पारस देवी को अस्पताल लेकर गए और इलाज कराने का प्रयास किया. अंतत: पारस देवी ने दम तोड़ दिया. मंत्री के दबाव में आनन-फानन पोस्टमार्टम किया गया, जिसमें मौत की वजह विषाक्त पदार्थ खाना बताया गया है. मामला उस समय तो दबा दिया गया, लेकिन अब कांग्रेस के ही कुछ नेताओं ने इस मामले की जानकारी आलाकमान तक पहुंचा दी. नतीजतन रामलाल जाट को शनिवार शाम अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के हवाले करना पड़ा.
क्या राजनीति गंदगी का दूसरा नाम है ?
राजस्थान को भारत के सबसे पारंपरिक राज्यों में से एक माना जाता है और वहां इस तरह के गंदे कामों को देखते हुए तो लगता है वाकई राजनीति गंदगी का दूसरा नाम हो गई है. किस तरह एक नेता एक औरत को समय-समय पर अपनी हवश मिटाने के लिए इस्तेमाल करता है और फिर मन भरने पर अपने आजू बाजू घूमने वाले चमचों को भी उस बोटी को खाने का आदेश देता है इस प्रकिया का खुला उदाहरण है भंवरी देवी का केस. इस केस से साफ होता है कि अगर देश में पैसा और सेक्स का कॉकटेल बनाया जाए तो हर काम हो सकता है. एक मामूली नर्स के सर पर अगर मंत्री जी हाथ रख देते हैं तो वह एक बंगले और कार की मालकिन बन जाती है. और यही नहीं प्रमोशन के लिए भी उसे सिर्फ अपने जिस्म की नुमाइश करनी होती है. बस एक बार मंत्री जी खुश उसके बाद तो वह किसी भी लेटर या टेंडर पर हस्ताक्षर करने के लिए तैयार.
वहीं इस केस ने समाज से गायब होती नैतिकता पर भी प्रहार किया है. जहां महिलाएं भी अपनी इज्जत को खुद बाजार में नीलाम करने से नहीं हिचकतीं. भंवरी देवी के केस में देखा जाए तो उसने पहले मदरेणा और फिर विधायक मलखान सिंह विश्नोई जैसे नेताओं से अपने रिश्ते बना अपना निजी फायदा कमाया. और जब इन लोगों ने उसकी बात मानने से इंकार किया तो भंवरी देवी ने उन्हें ब्लैक मेल करना शुरू किया. यह सब समाज में कम होती नैतिकता का ही प्रमाण है. हालांकि अभी केस की सारी सच्चाई सामने नहीं आई है इसलिए किसी भी विशेष नतीजे पर पहुंचना सही नहीं और ना ही किसी विशेष को दोषी मानना सही है.
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