सोमवार की रात कंबोडिया के लिए घोर निराशा और शोक की रात साबित हुई. कंबोडिया की राजधानी में सोमवार 22 नवंबर को जल महोत्सव के आखिरी दिन के दौरान मची भगदड़ में 350 से अधिक लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों अन्य घायल हो गए. कंबोडिया में जल उत्सव मनाने के लिए 20 लाख लोग एक द्वीप पर एकत्र हुए थे.द्वीप के पुल पर हुई भगदड़ के चलते बहुत से लोग कुचलकर मारे गए और हजारों लोग पुल से नीचे पानी में गिर पड़े.
वाटर फेस्टिवल यानि जल महोत्सव कंबोडिया का एक बड़ा उत्सव है. डायमंड द्वीप पर एक कॉन्सर्ट के बाद वहां नौका दौड़ हो रही थी जिसे देखने काफ़ी लोग आए थे. वाटर फेस्टिवल में कंबोडिया के ग्रामीण इलाक़ों से करीब 20 लाख लोग आते हैं जहां तीन दिनों तक नौका रेस, संगीत और नृत्य का कार्यक्रम चलता है. कई दशकों तक चले युद्ध के बाद 1990 में इस उत्सव को दोबारा शुरु किया गया था.
सोमवार को वाटर फ़ेस्टिवल के आख़िरी दिन द्वीप पर बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए थे.
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार घटना की शुरआत एक भगदड़ से हुई. भगदड़ उस पुल पर मची जो नदी पर था और डायमंड द्वीप तक बना हुआ था. पुल पर बहुत ज़्यादा भीड़ जमा हो गई थी और कुछ लोग गिरने के बाद दूसरे लोगों के पैरों के नीचे कुचले गए और कुछ नदी में गिर गए. यहीं से मामला बिगड़ना शुरु हुआ.
यह घटना कंबोडिया के इतिहास की अब तक सबसे दर्दनाक घटना मानी जा रही है. आपात सेवाओं की कमी और अधिक भीड़ की वजह से हालात और गंभीर बन गए.
Read Comments