भारत में शिक्षा के वास्तविक अर्थ पर हमेशा ही बहस होती रहती है। एक तरफ जहां हायर एजुकेशन लेकर नौकरी पाने तक को शिक्षा का मकसद समझा जाता हैं, वहीं दूसरी तरफ कुछ सीखने-समझने और व्यक्तित्व के विकास को भी शिक्षा से जोड़कर देखा जाता है। बहरहाल, कई रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि बच्चे 12वीं पास कर लेते हैं लेकिन तकनीक और स्किल के मामले में वो कुछ नहीं सीख पाते, जिससे उन्हें आगे जाकर परेशानी उठानी पड़ती है।
शिक्षा से जुड़े इन्हीं गंभीर मुद्दों को समझते हुए सेंट्रल बोर्ड ऑफ एजुकेशन (CBSE) जल्द ही कक्षा 8वीं, 9वीं और 10वीं के छात्रों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की शिक्षा देने वाला है। जहां छात्रों को टेक्नोलॉजी से जुड़ी शिक्षा दी जाएगी। बता दें, इन कोर्सेज की शुरुआत इन कक्षाओं के लिए वैकल्पिक विषय के रूप में की जाएगी।
स्किल सब्जेक्ट की होगी शुरुआत
हाल ही में हुई गवर्निंग मीटिंग के दौरान बोर्ड ने इस कोर्स को शुरू करने का फैसला लिया है। वहीं, मीटिंग में शामिल एक सदस्य ने कहा है कि ये एक स्किल सब्जेक्ट है जो कक्षा 8वीं, 9वीं और 10वीं कक्षा के छात्रों के लिए ये तैयार किया जाएगा।
क्या है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कोर्स
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक ऐसी टेक्नोलॉजी है, जिसमें इंसानी दिमाग का काम मशीन के दिमाग के द्वारा किया जाता है। इस तकनीक से बिना किसी इंसान के मदद के शतरंज खेला और कार को ऑपरेट किया जा सकता है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को सेलेबस इन तीन कक्षाओं के लिए ही होगा । वहीं, बताया जा रहा है ये कोर्स अगले सत्र से शुरू किया जा सकता है। वहीं अधिकारी के अनुसार, नीति आयोग में आयोजित सेशन ‘थिंक टैंक’ में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कोर्स छात्रों के लिए लागू करने का आइडिया आया था। जिसके बाद सीबीएसई ने इस कोर्स पर विचार किया। बता दें, भारत में सीबीएसई के 22,299 स्कूल है। जबकि 220 स्कूल 25 देशों में भी हैं। ये सभी स्कूलों को सीबीएसई की मान्यता प्राप्त है।
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