जिस तरह से पिछले एक-डेढ़ सालों से देश के लिए नासूर बन चुके भ्रष्टाचार के खिलाफ माहौल बना, भ्रष्ट नेताओं के प्रति जन चेतना जागी, भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए लोगों का भरोसा टिका एक रिपोर्ट के मुताबित यह सब प्रयास बहुत ही कम हैं. दुनिया भर में भ्रष्टाचार पर नजर रखने वाली संस्था ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल की ताजा सूची पर यदि नजर डालें तो भारत को भ्रष्टाचार पर बहुत ही ज्यादा काम करना होगा.
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ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल (टीआईआई) ने 2012 की भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक (सीपीआई) जारी की है जिसमें 176 देशों में से भारत का स्थान 94वें नंबर पर है. पिछले साल तैयार की गई 183 देशों की सूची में भारत को 95वां स्थान दिया गया था. टीआईआई द्वारा जारी इस सूची में विभिन्न राष्ट्रों को 0 से 100 के बीच अंक दिए गए. इस सूची के मुताबिक जिस देश के सबसे कम अंक और रैंकिंग में सबसे ज्यादा नंबर होंगे वह सबसे अधिक भ्रष्टाचार करने वाला देश होगा. अत्यधिक भ्रष्ट राष्ट्रों की सूची में भारत को 36 अंक प्राप्त हुए हैं.
भ्रष्टाचार के मामले में न केवल भारत ही अपनी पहचान बना रहा है बल्कि दक्षिण एशिया की बात की जाए तो इस क्षेत्र के सभी राष्ट्र भ्रष्टाचारी तगमा लेने के लिए एक-दूसरों को टक्कर दे रहे हैं. दक्षिण एशिया के जिन देशों में ज्यादा भ्रष्टाचार है उनमें अफगानिस्तान न केवल दक्षिण एशिया बल्कि दुनिया के सबसे भ्रष्ट देशों में सबसे आगे है. अफगानिस्तान को सबसे कम 8 अंक के साथ 174वें स्थान पर रखा गया है. पाकिस्तान 139वें स्थान पर है जबकि बांग्लादेश को 144वां स्थान मिला. अंक मामले में पाकिस्तान को 27 अंक मिले हैं. वहीं भारत के मुकाबले श्रीलंका और भूटान में कम भ्रष्टाचार बताया गया है. इस सूची में श्रीलंका को 79वें और भूटान को 33वें स्थान पर रखा गया है.
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एशिया के दूसरे राष्ट्रों की बात की जाए तो वर्ष 2012 में 39 अंक प्राप्त कर चीन भ्रष्टाचार के मामले में भारत से थोड़ी बेहतर स्थिति में है. एशिया में सबसे तेजी से उभरते हुए चीन को इस सूची में 80वें स्थान पर रखा गया है जबकि जापान 74 अंकों के साथ 17वें स्थान पर बना हुआ है. वहीं उत्तर कोरिया विश्व में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार करने वाले देशों में अफगानिस्तान के समकक्ष ही है. वह आठ अंकों के साथ 174वें स्थान पर है.
जिन राष्ट्रों में सबसे कम भ्रष्टाचार होता है उसमें डेनमार्क, फिनलैंड और न्यूजीलैंड ने बाजी मारी है. तीनों देश 90 अंकों के साथ पहले पायदान पर हैं. विश्व के सबसे शक्तिशाली देश अमरीका को इस सूची में 19वें स्थान पर रखा गया है और इसके अंक हैं 73. यूरोपियन देश जर्मनी को 79 अंक के साथ 13वें स्थान पर रखा गया है जबकि ब्रिटेन और फांस इस सूची में 17वें और 22वें स्थान पर हैं और इनके अंक क्रमश: 74 और 71 हैं. अकसर देखा गया है कि सत्ता पक्ष और विपक्ष को कई बार कहते देखा गया है कि देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन से देश की छवि खराब हुई है, निवेशक भारत की ओर रुख नहीं कर रहे हैं. ऐसे में ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल की ताजा रिपोर्टों के बाद देश के यह लीडर क्या कहेंगे.
ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल की सूची
सबसे कम भ्रष्टाचार करने वाले देश
देश | अंक | स्थान |
डेनमार्क | 90 | 1 |
फिनलैंड | 90 | 1 |
न्यूजीलैंड | 90 | 1 |
स्वीडन | 88 | 4 |
संगापुर | 87 | 5 |
स्वीटजरलैंड | 86 | 6 |
आस्ट्रेलिया | 85 | 7 |
नॉर्वे | 85 | 7 |
कनाडा | 84 | 9 |
सबसे अधिक भ्रष्टाचार करने वाले देश
देश | अंक | स्थान |
सोमालिया | 8 | 174 |
उत्तर कोरिया | 8 | 174 |
अफगानिस्तान | 8 | 174 |
सुडान | 13 | 173 |
म्यांमार | 15 | 172 |
उज्बेकिस्तान | 17 | 170 |
तुर्कमेनिस्तान | 17 | 170 |
इराक | 18 | 169 |
वेनेजुऐला | 19 | 165 |
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