Menu
blogid : 314 postid : 916

हवाई दुर्घटना में अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री दोरजी खांडू की मृत्यु


बीते कई दिनों से अरुणाचल प्रदेश में काफी गहमागहमी का माहौल आज शौक में बदल गया. पिछले चार दिनों से लापता पवन हंस हेलीकॉप्टर का मलबा राज्य के तवांग जिले से मिला है जिसमें से पांच शवों को भी बरामद किया गया है. लगातार हो रही हवाई दुर्घटनाओं और निजी हेलीकॉप्टरों के हादसे में एक और नेता की मौत से पवन हंस हेलीकॉप्टरों की गुणवत्ता पर कई सवालिया निशान उठने लगे हैं.


Dorjee Khanduअरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री दोरजी खांडू सहित लापता हुए हेलीकॉप्टर का मलबा और पांच क्षतविक्षत शव बुद्धवार सुबह राज्य के तवांग जिले के जंग झरना के करीब से बरामद किए गए. कुल 96 घंटे तक चले तलाशी अभियान के बाद बुद्धवार सुबह करीब 10 बजे खोजी दल ने सुदूर लोबोतंग क्षेत्र में मलबा पाया. यह क्षेत्र समुद्र से 10 हजार फुट की ऊंचाई पर खड़ी पर्वत श्रृंखलाओं और घने जंगलों वाला है. शवों को वहां से बाहर निकालने के बाद ईटानगर लाए जाने की सम्भावना है. भारी बर्फबारी और बारिश के कारण बचाव दल को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.


गौरतलब है कि शनिवार को मुख्यमंत्री खांडू को तवांग से ईटानगर ले जा रहा पवन हंस कंपनी का हेलीकॉप्टर एएस 350 बी-3 सुबह 9.50 बजे लापता हो गया था. हेलीकॉप्टर के पायलट से आखिरी संपर्क उड़ान भरने के करीब 20 मिनट बाद हुआ था इस समय हेलीकॉप्टर सेला दर्रे के करीब 13,700 फुट की ऊंचाई पर था.


हेलीकॉप्टर की तलाश के लिए बुद्धवार को पांचवें दिन भारतीय वायु सेना के छह हेलीकॉप्टरों ने सेला दर्रे में तलाशी अभियान शुरू किया था. कांग्रेस विधायक सेवांग धोनदुप की छोटी बहन येशमी लामू भी हेलीकॉप्टर में सवार थीं. इसके अलावा इसमें मुख्यमंत्री के मुख्य सुरक्षा अधिकारी और दो पायलट मौजूद थे.


अगर निजी हवाई और हेलीकॉप्टरों के हादसों पर नजर डाली जाए तो इसमें साल 2009 में हुई आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री की मौत का हादसा भी शामिल है. साल 2009 में आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी समेत पांच लोगों का हेलीकॉप्टर क्रैश में निधन हो गया.


भारतीय हेलीकॉप्टरों की खराब स्थिति, टेक्नॉलॉजी से पीछे चलते उपकरण और मंत्रियों का खराब मौसम के बावजूद हवाई यात्रा कराने का दबाव इस तरह की दुर्घटनाओं की वजह बन रहा है. सरकार को इससे पहले भी चेताया गया था कि उन्हें मंत्रियों द्वारा हेलीकॉप्टरो और निजी विमानों को उड़ाने का निर्देश देने संबंधी कुछ नियम बनाने चाहिए लेकिन अभी तक उस पर कोई बात हुई नहीं है.



Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh