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दिल्ली -NCR में सांस लेना मुश्किल, एयर क्वालिटी ‘खतरनाक’ स्तर के पार

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से धूल भरी आंधी चल रही है जिसकी वजह से लोगों का सांस लेना दूभर हो गया है। धूल और धुंध का आलम यह है कि सूरज भी दिन में धुंधला दिखाई दे रहा है, दिल्ली से सटे नोएडा में तो हालात और भी खराब है। मौसम के जानकारों का मानना है कि मौसम में आए अचानक बदलाव के कारण प्रदूषण का स्तर बढ़ा है। इस समय जो हवाएं चल रही हैं वह काफी तेज हैं और धूल भी उड़ा रही हैं। ऐसे में दिल्ली-एनसीआर में अगले कुछ दिनों तक प्रदूषण के स्तर में और बढ़ोतरी हो सकती है। दूसरी ओर देश के पूर्वोत्तर क्षेत्र में बारिश कहर ढा रही है, भारी बारिश के चलते त्रिपुरा और मणिपुर में बाढ़ आने से हजारों लोग बेघर हो गए।

Shilpi Singh
Shilpi Singh14 Jun, 2018

 

 

कल चलती रही धूल भरी आंधी

उत्तर भारत बुधवार को भी लू से तपता रहा और दिल्ली में धूल भरी गर्म हवाओं के कारण वायु की गुणवत्ता के स्तर में गिरावट दर्ज की गई। राजधानी में बुधवार को भी गर्मी कहर ढाती रही, यहां अधिकतम और न्यूनतम तापमान 41.2 डिग्री सेल्सियस और 34 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक पीएम 10 का स्तर खतरे के निशान से बेहद अधिक दर्ज किया गया, दिल्ली-एनसीआर में यह 778 और विशेषकर दिल्ली में 824 दर्ज किया गया।

 

 

एयर क्वालिटी इंडेक्स

50 के नीचे हो तो अच्छा

51-100 के बीच संतोषजनक

101 से 200 के बीच ठीक-ठाक

201 से 300 के बीच ख़राब

300 से 400 के बीच बहुत ख़राब

400 से 500 के बीच काफ़ी ख़राब मानी जाती है,  यानी दिल्ली में बुधवार को मौसम के लिहाज से काफ़ी ख़राब रहा है।

 

 

16 जून को हो सकती है बारिश

मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर का मौसम खराब होने की वजह ईरान और दक्षिण अफगानिस्तान की तरफ से आ रही धुल भरी हवाएं है जो 20 हजार फीट की ऊंचाई से राजस्थान से होते हुए दिल्ली में दस्तक दे रही हैं। इससे वातावरण में धूल छा गई है, अगले 4 दिन ऐसे ही रहेंगे दिल्ली में हालात रहेंगे। हालांकि, मौसम विभाग का यह भी कहना है कि 16 जून के बाद दिल्ली वालों को गर्मी और धुल भरी आंधी से राहत मिल सकती है, उम्मीद हैकि दिल्ली में 16 जून से बारिश के आने का अनुमान है।

 

 

मणिपुर में बाढ़ की स्थिती

वहीं दूसरी तरफ मणिपुर में 24 घंटे से लगातार हो रही बारिश के कारण इम्फाल घाटी में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई। पूर्वी इम्फाल, पश्चिमी इम्फाल, थौबल और बिष्णुपुर लगभग डूब गए,सामान्य प्रशासन विभाग ने सरकारी कार्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखने की घोषणा कर दी।

 

 

बाढ़ से असम के 222 गांव प्रभावित

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की रिपोर्ट के अनुसार लगातार हो रही बारिश के कारण असम के 222 गांवों में 1,48,912 लोग प्रभावित हुए हैं। मौसम विभाग ने मेघालय और असम में और बारिश होने के साथ ही नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग इलाकों में भारी बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया है।…Next

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