दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) ने मंगलवार को फिरोजशाह कोटला स्टेडियम का नाम अपने पूर्व अध्यक्ष और देश के पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के नाम पर रखने का फैसला किया, जिनका पिछले सप्ताह शनिवार को निधन हो गया था। इस स्टेडियम को अब अरुण जेटली स्टेडियम के नाम से जाना जाएगा। इसका नया नामकरण 12 सितंबर को एक समारोह में किया जाएगा। ऐसे में नाम बदल जाने के बाद भी स्टेडियम से जुड़ी यादें वही रहेगी। आइए, जानते हैं फिरोजशाह कोटला स्टेडियम से कौन-सी बातें जुड़ी हुई है-
भारत के लिए लकी है कोटला
कोटला में खेले गए पिछले दस मुकाबलों में भारतीय टीम छह मैच जीतने में कामयाब रही है। इसके अलावा दो में उसे हार का सामना करना पड़ा है, जबकि एक मैच एक रद्द तो एक मैच में कोई परिणाम ही नहीं निकला था। भारत ने अंतिम बार यहां अक्टूबर 2016 में न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच खेला था। इस मुकाबले में उसे छह रन से हार मिली थी। इससे पहले भारतीय टीम यहां लगातार चार मैच में जीत का झंडा बुलंद कर चुकी है।
26/11 हमलों के चलते रद्द हुआ था मैच
साल 2008 में इंग्लैंड टीम भारत दौरे पर आई थी। इस दौरान सीरीज का 7वां और अंतिम मैच दिल्ली के फिरोज शाह कोटला में ही खेला जाना था, लेकिन 26/11 हमले के बाद यह मैच नहीं हुआ। दिल्ली के बाद गुवाहाटी वन-डे भी रद्द करना पड़ा था।
आईसीसी ने कभी बैन कर दिया था फिरोजशाह कोटला स्टेडियम
साल 2009 में श्रीलंकाई टीम भारत दौरे पर आई थी। इस दौरान कोटला में सीरीज का पांचवां मैच खराब पिच के चलते मैच रद कर दिया गया। पिच पर असमान उछाल के चलते श्रीलंका के कई बल्लेबाज चोटिल हो गए थे। इसके बाद ICC ने कोटला के खिलाफ एक्शन लेते हुए कुछ समय के लिए इसे बैन कर दिया गया।
भारत-पाकिस्तान मैच : भारत को मिली जीत
साल 2013 में पाकिस्तान टीम 3 वनडे और 2 टी-20 मैचों की सीरीज के लिए भारत आई। इस दौरान सीरीज का तीसरा मैच कोटला में खेला गया। भारत को इस मैच में 10 रन से जीत मिली। हालांकि, भारत यह सीरीज 2-1 से हार गया। इसके बाद से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली गई। इस सीरीज में भुवनेश्वर कुमार ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू भी किया था।…Next
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