Geetika Sharma suicide case
आज जिंदगी में सफल होने के लिए इंसान को कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ता है. कई लोग अपनी पूरी जिंदगी इस प्रतिस्पर्धा से लड़ने में निकाल देते हैं लेकिन कुछ को इस प्रतियोगिता में बिना अधिक मेहनत किए ही सफलता मिल जाती है. ऐसा ही कुछ हुआ दिल्ली की एयरहोस्टस गीतिका शर्मा के साथ. मात्र 12वीं पास और एयरहोस्टेस का कोर्स करने के बाद गीतिका को गोपाल कांडा ने अपनी सहायक कंपनी में डायरेक्टर के पद पर नियुक्त कर दिया था. अब इतनी कम योग्यता के बाद अगर कोई इतनी अधिक सफलता हासिल करता है तो उसके पीछे “शॉर्टकट” का होना लाजिमी है. अब एक औरत कौन सा शॉर्टकट अपना सकती है यह बताने की कोई जरूरत नहीं.
Read: चांद को छोड़ “फिजा” चली दूर
Geetika Sharma’s Sucide Case
गीतिका शर्मा केस में आए दिन नए खुलासे हो रहे हैं जिनसे गीतिका के चरित्र पर अंगुली उठाई जा रही है. लेकिन क्या किसी ने अभी तक गंभीरता से गोपाल कांडा के बारे में सोचा है? एक औरत अगर कोई गलत कार्य करती है तो उसके पीछे सबसे ज्यादा जिम्मेदार होता है पुरुष. गोपाल कांडा ने गीतिका के भोलेपन और उसके ऊंचे सपनों का फायदा उठाया. उसे बड़े सपने दिखाए और इन सपनों के बदले में उसका भरपूर प्रयोग किया.
Geetika Sharma’s Biography
मात्र 12वीं पास गीतिका शर्मा के सपने हवा में उड़ने के थे, वह एयरहोस्टेस बनना चाहती थी और उसने अपने सपने पूरे करने के लिए सही दिशा भी चुनी लेकिन एयरहोस्टेस का कोर्स पूरा करने के बाद उसने जो कंपनी चुनी वह उसकी मौत का कारण बनी.
गीतिका ने 18 अक्टूबर, 2006 को कांडा की कंपनी एमडीएलआर एयरलाइंस में बतौर ट्रेनी केबिन क्रू ज्वाइन किया था. 28 अगस्त, 2008 को उसे सीनियर केबिन क्रू प्रमोट किया गया. 31 मार्च, 2009 को उसे कोआर्डिनेटर बना दिया गया. इन सबके बीच गीतिका के पास जब भी कांडा का फोन आता था तो वह बहुत ज्यादा परेशान हो जाती थी. 3-4 महीने पहले गीतिका ने कंपनी का फोन लौटा दिया था. 22 मई, 2010 को गीतिका ने कंपनी से त्यागपत्र दे दिया था. इसके बाद उसने अमीरात एयरलाइंस ज्वाइन कर लिया था. तीन महीने तक उसने वहां काम किया. उस दौरान कई बार गीतिका ने मां को फोन कर बताया था कि कांडा ठीक नहीं है, मुझे फोन कर मानसिक रूप से प्रताड़ित करता रहता है. यहां गीतिका शर्मा के परिवार की भूमिका भी संदेह में है.
Secrets behind Geetika case
एक मां-बाप को अच्छी तरह से पता होता है कि उसके बच्चे में कितनी प्रतिभा है? गीतिका शर्मा कोई अधिक प्रतिभावान लड़की नहीं थी बल्कि एक सामान्य लड़की थी. लेकिन उसके बावजूद उसकी सफलता असामान्य थी जो किसी को भी अटक सकती थी. लेकिन उनके परिवार ने कभी इस पर कोई आवाज नहीं उठाई. वह तो सिर्फ बेटी के कमाए पैसों और कांडा की रहमत से मिलनी वाली शौगातों के मजे लूटते रहे. एक तरह उनकी बेटी की इज्जत, आबरू और चैन की नीलामी होती रही दूसरी तरह उसका परिवार चैन से सोता रहा.
Geetika Sharma undergoes abortion?
दिल्ली के अस्पताल में हुए गीतिका शर्मा के गर्भपात की खबर से साफ है कि आखिर किस कदर गोपाल कांडा उसका शोषण करता था. गीतिका ने अपने सुसाइड नोट में भी साफ कहा था कि कांडा एक बहुत गंदा आदमी है.
गीतिका शर्मा ने पांच अगस्त को अपने घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. ऐसा करने के लिए उसे मजबूर किया था गोपाल कांडा ने. गोपाल कांडा ने अपने रुतबे और पहुंच का इस्तेमाल कर गीतिका को इस कद्र तबाह किया कि वह टूट गई और मौत को गले लगाना सही समझा. इस पूरे मामले में अगर निम्न बातों का ध्यान रखा जाता तो उम्मीद है आज गीतिका जिंदा होती:
जब भी इस समाज में एक महिला का उत्पीड़न एक रसूखदार पुरुष ने किया है तो उसका नुकसान महिला को ही उठाना पड़ा है. पुरुष तो स्वभाव से ही भेड़िया होता है. वह नादान और जरूरतमंद महिलाओं को अकसर हवश पूरा करने का सबसे आसान माध्यम समझता है. महिला समाज को इस कड़वे सच को स्वीकार करना ही होगा और समाज के हर अंग को कोशिश करनी चाहिए कि गीतिका शर्मा, भंवरी देवी जैसे कांड देश में ना होने पाएं ताकि इस देश की महिलाएं सम्मान सहित घर से बाहर काम कर सकें.
Read: कहानी भंवरी देवी की
Tag: Geetika Sharma suicide case , Geetika Sharma suicide case in hindi, Gopal Kanda, Gopal Kanda Dirty ,Geetika Sharma, Geetika Sharma,Geetika Sharma news,Geetika Sharma photos , Air hostess Geetika Sharma suicide case, airhostess suicide, gopal kanda.
Read Comments