Menu
blogid : 314 postid : 1351609

गृह मंत्रालय ने रद्द की इस विधायक की नागरिकता, 30 दिन में खुद को साबित करना होगा भारतीय

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मंगलवार को तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के विधायक चिन्नमनेनी रमेश की भारतीय नागरिकता को रद्द करने का आदेश दिया। रमेश पर गलत सूचना के आधार पर जर्मनी से भारतीय नागरिकता हासिल करने का आरोप है। उन्‍होंने साल 2009 में भारतीय नागरिकता हासिल की थी। रमेश विमुलावाड़ा (करीमनगर) विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं और महाराष्ट्र के राज्यपाल विद्यासागर राव के भतीजे हैं। रमेश के पिता राजेश्वर राव एक कम्युनिस्ट नेता और पांच बार के विधायक थे। वे तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव के रिश्तेदार भी हैं।


home ministry


मैं कहां जाऊंगा

गृह मंत्रालय द्वारा भारतीय नागरिकता रद्द करने के मुद्दे पर रमेश ने कहा कि उन्हें आदेश की समीक्षा करने के बाद मंत्रालय के सचिव के समक्ष अपील करने के लिए 30 दिन दिए गए हैं। उन्‍होंने कहा कि मैंने अपनी जर्मन नागरिकता को भारतीय नागरिकता प्राप्त करने के लिए त्‍याग दिया था। जर्मनी और भारत दोनों में दोहरी नागरिकता प्रणाली नहीं है। अगर मेरी भारतीय नागरिकता रदृ हो जाती है, तो मैं कहां जाऊंगा? अगर गृह मंत्रालय ने रमेश की अपील खारिज दी, तो उनको विधानसभा की सदस्यता के लिए अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा। पिछले साल सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश के बाद गृह मंत्रालय ने एक जांच बैठाई थी। सर्वोच्च न्यायालय, हैदराबाद उच्च न्यायालय के एक पूर्व के आदेश को चुनौती देने वाली रमेश की याचिका पर सुनवाई कर रहा था।


chennamaneni ramesh


कांग्रेसी नेता ने लगाया था आरोप

रमेश 2009 में तेलुगु देशम पार्टी के टिकट पर वेमुलावाड़ा से चुनाव जीते थे। 2010 में वे टीआरएस में शामिल हो गए और उपचुनाव में फिर से जीत हासिल की। 2009 में रमेश से 1,800 मतों से पराजित होने वाले कांग्रेस नेता ए श्रीनिवास ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर आरोप लगाया कि जर्मनी की नागरिकता रखने वाले रमेश ने गलत सूचना देकर भारतीय नागरिकता हासिल की है।


जर्मन महिला से शादी के बाद मिली थी जर्मनी की नागरिकता

रमेश ने करीमनगर कलेक्टर के यहां नागरिकता के लिए 31 मार्च, 2008 को दी गई अर्जी में कहा था कि वे 22 जनवरी, 2007 से भारत में रह रहे हैं। श्रीनिवास ने इस तथ्य को फर्जी बताया था। जर्मन महिला से शादी करने वाले रमेश 1976 से जर्मनी में रह रहे हैं, जबकि 1993 में उन्हें वहां की नागरिकता मिली थी।


Read More:

क्‍या अब राधे मां का होगा अगला नंबर!

अगर ये नहीं करेंगे तो हम दुनिया की टॉप 100 यूनिवर्सिटीज की लिस्‍ट ही पढ़ते रहेंगे

राजकुमारी जो बनीं देश की पहली महिला कैबिनेट मंत्री, एम्‍स की स्‍थापना में थी प्रमुख भूमिका

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh