Menu
blogid : 314 postid : 1390426

अमेरिका ने इस बात को पता करने के लिए बनाई फर्जी यूनिवर्सिटी, पकड़े गए 129 भारतीय स्टूडेंट्स

आप देखते होंगे कि भारत सरकार समय-समय पर फर्जी यूनिवर्सिटी के बारे में नोटिफिकेशन जारी करती रहती है। जिससे कि बच्चे और उनके माता-पिता अनजाने में कॅरियर न खराब कर लें। लेकिन अमेरिका से एक ऐसा मामला सामने आया है जो सभी के लिए हैरानी भरा है। दरअसल, अमेरिका ने खुद फर्जी यूनिवर्सिटी एक मिशन के तहत बनाई थी।

Pratima Jaiswal
Pratima Jaiswal4 Feb, 2019

 

प्रतीकात्मक तस्वीर

 

इस वजह से शुरू की थी यूनिवर्सिटी!
अमरीका के मिशिगन राज्य में यूनिवर्सिटी ऑफ फ़ार्मिंग्टन का विज्ञापन दिया गया था। इस यूनिवर्सिटी को अमरीकी सुरक्षा बलों के अंडरकवर एजेंट चला रहे थे ताकि पैसे के बदले अवैध प्रवास की चाहत रखने वालों को पकड़ा जा सके। अमरीकी अधिकारियों का कहना है कि जिन लोगों ने यहां प्रवेश लिया था उन्हें पता था कि यह अवैध हो सकता है। हालांकि, भारतीय अधिकारियों का कहना है कि संभव है कि भारतीय छात्र ठगी के शिकार हो गए हों। वहीं, भारत ने अमरीका में फर्जी यूनिवर्सिटी में नामांकन को लेकर 129 भारतीय छात्रों की गिरफ़्तारी पर राजनयिक विरोध दर्ज कराया है।

 

 

 

विदेश मंत्रालय ने जताई चिंता और नाखुशी
भारतीय विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है, ”हमारी चिंता है कि भारतीय छात्रों के साथ ठीक के व्यवहार हो और उन तक भारतीय अधिकारियों की पहुंच संभव हो ताकि क़ानूनी मदद मुहैया कराई जा सके।

ऐसे फंसे भारतीय स्टूडेंट
यह फर्जी यूनिवर्सिटी 2015 से चलाई जा रही है। अमरीकी मीडिया का कहना है कि यह यूनिवर्सिटी उन विदेशी नागरिकों को आकर्षित करने के लिए थी जो अमरीका के स्टूडेंट वीज़ा पर यहां पहुंचते थे और यहां रहना चाहते थे। इस यूनिवर्सिटी के लिए एक वेबसाइट भी थी। इस वेबसाइट पर क्लासरूम और लाइब्रेरी में स्टूडेंट्स की तस्वीरें हैं। कुछ ऐसी तस्वीरें भी हैं जिनमें छात्र कैंपस में आपस में बातें कर रहे हैं। इसके विज्ञापन में बताया गया है कि अंडरग्रैजुएट के लिए एक साल की फीस 8,500 डॉलर (6 लाख सात हज़ार रुपए) और ग्रैजुएशन के लिए 11,000 डॉलर (7 लाख 86 हज़ार रुपए) है।

 

American fake university advertisement

कौन है यूनिवर्सिटी चलाने वाले लोग
इस यूनिवर्सिटी में काम करने वाले लोग अमरीका के इमिग्रेशन और कस्टम्स एन्फ़ोर्समेंट एजेंसी (आईसीई) के अंडरकवर एजेंट थे। मिशिगन के डेट्रॉइट में एक बिजनेस पार्क इस यूनिवर्सिटी का कैंपस है…Next

 

Read More :

कभी शरबत विक्रेता तो कभी ऑटो चालक के अकांउट में मिल रहे हैं अरबों रुपए, पाकिस्तान में इस वजह से डर का माहौल!

भारत के वो आर्मी चीफ जिनकी बहादुरी को पाक राष्ट्रपति ने भी किया था सलाम, 1965 भारत-पाक युद्ध से जुड़ी है ये घटना

इन तरीकों से हो रही है OTP नम्बर की चोरी, इंटरनेट बैंकिंग यूजर्स रखें ये सावधानियां

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh