भारत द्वारा पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक 2016 की सबसे ज्यादा चर्चित घटनाओं में से एक रही है, जिसकी चर्चा पूरे विश्व में हुई थी. गणतंत्र दिवस के मौके पर भारत सरकार द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम देने वाले सैनिकों को सम्मान दिया गया है. सर्जिकल स्ट्राइक की सफलता के लिए गणतंत्र दिवस के मौके पर पांच जवानों को सेना के सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित किया गया.
क्या है सर्जिकल स्ट्राइक
सर्जिकल स्ट्राइक यानी दुश्मन को उसी के घर में घुसकर मार गिराना. ऐसे हमले बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाने के लिए नहीं बल्कि सीमित दायरे में मौजूद दुश्मन को मार गिराने के लिए किए जाते हैं. 29 सितंबर 2016 को भारतीय कमांडो ने पाक-अधिकृत कश्मीर (PoK) में घुसकर आतंकियों को ढेर किया और उनके लॉन्च पैड को हमेशा हमेशा के लिए नेस्तनाबूद कर दिया. इस सर्जिकल स्ट्राइक में भारत के किसी भी सैनिक को किसी भी प्रकार की चोटें नहीं आई थी, वहीं करीब 30 से 40 आतंकवादी मारे गए थे.
रोहित सूरी को कीर्ति चक्र
नियंत्रण रेखा के पार आतंकवादियों के लांच पैड पर हमला करने वाली टीम का नेतृत्व करने वाले मेजर रोहित सूरी को ‘कीर्ति चक्र’ से सम्मानित किया गया, दूसरा सबसे बड़ा वीरता पदक है.
सर्जिकल स्ट्राइक में ये था रोहित सूरी का किरदार
1. मेजर रोहित सूरी ने ही सर्जिकल स्ट्राइक की जिम्मेदारी ली थी और इस मिशन के लीडर थे और पाक-अधिकृत कश्मीर के बारे में अहम जानकारियां जुटाई थी. साथ ही इसके बारे में कोई जानकारी बाहर ना आए इसकी पूरी तैयारी रोहित सूरी ने ही की थी.
रोहित सूरी ने न केवल टीम का नेतृत्व किया बल्कि कमांडर के रूप में पूरे ऑपरेशन में टीम के साथ बने रहे. सेना के बयान के आधार पर, मेजर रोहित सूरी ने चार आतंकियों का भी खात्मा किया था, जो उनके बेहद करीब थे.
रोहित सूरी को इतने बड़े सम्मान से इसलिए नवाजा गया, क्योंकि उन्होंने हर तरह से इस ऑपरेशन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. उनकी क्षमता उनका अपने काम को लेकर सर्तकता उन्हें इस सम्मान का हकदार बनाती है’…Next
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