आम आदमी पार्टी के अंदरूनी झगड़े के नए अध्याय रोजाना सामने आ रहे हैं। पार्टी के बड़े नेता कुमार विश्वास ने नाराज कार्यकर्ताओं से संवाद के दौरान ऐलान किया कि मौजूदा वक्त में ‘आप’ को वर्जन-2 की जरूरत है। इसका मकसद नई पार्टी बनाना नहीं है, बल्कि संगठन को ‘बैक टू बेसिक’ पर लेकर जाना है। आम आदमी पार्टी में पिछले काफी समय से चल रही उथल-पुथल के बीच पार्टी के बड़े नेता कुमार विश्वास ने इसे संवारने का काम किया है। विश्वास पार्टी को नया कलेवर देने में जुट गए हैं, इस के तहत वह पुराने साथियों को वापस लाना चाहते हैं। ऐसे में चलिए जानते हैं क्या है पूरी कहानी।
वापस आएंगे पार्टी के पुराने नेता?
कुमार विश्वास का पार्टी नेतृत्व के खिलाफ तीखे तेवर का सिलसिला थम नहीं रहा है। उनके मुताबिक आंदोलन के वक्त रामलीला मैदान में 5 लाख लोग थे, लेकिन 5वें स्थापना दिवस पर आम आदमी पार्टी 5 हजार कुर्सियों पर आ गई। ऐसा क्यों हुआ, उसकी वजहों को तलाशने की जरूरत है। विश्वास ने कहा कि, ‘जो कार्यकर्ता पीछे छूट गए हैं उन्हें वापस जोड़ने की आवश्यकता है। जिन लोगों को पार्टी से बाहर किया गया अगर वे खुद की गलतियां स्वीकार करते हैं, तो उन्हें वापस लिया जाना चाहिए’।
जमीनी हकीकत को तलाशेगी पार्टी
आम आदमी पार्टी वर्जन-2 का मतलब समझाते हुए कुमार ने कहा कि पार्टी में कुछ एंटी वायरस लगाए जा रहे हैं। अब ऐसे कार्यकर्ता होंगे, जो सच-सच बताएंगे कि संगठन में कहां दिक्कतें आ रही हैं, सरकार कैसे चल रही है। विधायकों के कार्यों की परख, वे जमीनी हकीकत को नेतृत्व तक पहुंचाने का काम करेंगे। कुमार का दावा है कि इस नए प्रयोग का बड़ा फायदा आम आदमी पार्टी को ही मिलेगा।
जहां से चले थे, वहीं लौटना है- कुमार
कार्यकर्ताओं से संवाद के दौरान कुमार विश्वास ने बेहद दिलचस्प दावा किया। कुमार ने बताया कि ‘बैक टू बेसिक’ पर अरविंद केजरीवाल भी सहमति जता चुके हैं। कुमार ने आगे कहा कि ‘पार्टी का आंदोलन केजरीवाल की किताब ‘स्वराज’ के अनुसार खड़ा हुआ, तो वे क्यों नहीं चाहेंगे? वे बिल्कुल चाहते हैं। रामलीला मैदान में कहा था कि पहले देश को, फिर दल को और उसके बाद नेता को रखो। अरविंद ने भी बाद में संजीदगी से कहा कि पार्टी के लोगों को संदेश दिया है कि हम जहां से चले थे, वहीं लौटना है’।
पार्टी कार्यकर्ताओं से मिले कुमार
कुमार ने आप कार्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ चर्चा के बाद कहा, ‘यदि वह कोई राजनीतिक पार्टी में शामिल नहीं हुआ है और यहां वापस आना चाहता है। यदि किसी ने एक राजनीतिक पार्टी बना ली है और उसका विलय हमारी पार्टी के साथ करना चाहता है, यदि कोई हमसे नाखुश होकर सामाजिक कार्य करने के लिए चला गया था, सूची लंबी है।
प्रशांत और योगेंद्र की होगी वापसी!
उन्होंने कहा कि सुभाष वारे से अंजलि दमानिया, मयंक गांधी, धर्मवीर गांधी से प्रशांत जी और योगेंद्र जी इन लोगों को पार्टी फिरसे अपने साथ जोड़ना चाहती है। वहीं, हालांकि स्वराज इंडिया के स्पोक्सपर्सन अनुपम ने कहा है कि दूसरों को वापसी के लिए कहने के बजाय उन्हें (AAP को) सही रास्ते पर लौट आना चाहिए।…Next
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