यह तो हम सभी जानते हैं कि पुरे हिन्दुस्तान में स्वतंत्रता दिवस हर साल 15 अगस्त को ही मनाया जाता है. न एक दिन पहले, न एक दिन बाद. आप भी ऐसा ही सोच रहे होंगे. लेकिन आपको जानकार हैरानी होगी कि हिन्दुस्तान जहाँ कल अपना 69वां स्वतंत्रता दिवस मनाएगा वहीं देश में एक ऐसी जगह है जहां दो दिन पहले ही आजादी का जश्न मना लिया गया है. भारत के इस स्थान पर हर साल 15 अगस्त से दो दिन पहले ही झंडा फहराकर आजादी का जश्न मनाया जाता है. यह सिलसिला पिछले दो दशकों से चल रहा है. आखिर क्यों एक ही मुल्क के लोगों के बीच अलग-अलग मान्यताएं हैं?
देशभर में 15 अगस्त की तैयारियां चल रही हैं, वहीं मध्यप्रदेश के मंदसौर स्थित पशुपतिनाथ मंदिर में आजादी का राष्ट्रीय उत्सव हिंदू पंचांग के आधार पर दो दिन पहले मनाया जाता है. पशुपतिनाथ मंदिर में यह परम्परा पिछले 20 सालों से चल रहा है.
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इस अनूठी परंपरा के विषय में भारत के प्रसिद्ध पशुपतिनाथ मंदिर के तीर्थ पुरोहित उमेश जोशी का कहना है कि ’15 अगस्त 1947 को जब अपना देश आजाद हुआ था, तब हिंदू पंचांग में श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी थी’. हम लोग हिंदू पंचांग के हिसाब से ही आजादी मानते हैं. और यह सिलसिला पिछले 20 सालों से चला आ रहा है. यहाँ बड़ी संख्या में लोग स्वतंत्रता दिवस (हिंदू पंचांग की इस तिथि के अनुसार) के दिन पशुपतिनाथ मंदिर में पूजा-पाठ करते हैं.
इंदौर से लगभग 225 किलोमीटर दूर मंदसौर के शिवना नदी तट पर स्थित पशुपतिनाथ मंदिर में इस वर्ष भी 13 अगस्त दिन गुरूवार को आजादी का जश्न मनाया गया. श्रावण कृष्ण चतुर्दशी के अवसर पर पशुपतिनाथ मंदिर में गुरुवार को परंपरानुसार स्वतंत्रता दिवस मनाने के साथ धूमधाम से पूजा-अर्चना का आयोजन किया गया.
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स्वतंत्रता दिवस के इस मौके पर मंदिर में दूर्वा के जल से अष्टमुखी शिवलिंग का परंपरागत अभिषेक किया गया और प्रार्थना सभा का भी आयोजन किया गया. Next…
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