लोकसभा चुनाव 2019 में अपनी शानदार जीत के बाद नरेंद्र मोदी अपने दूसरे कार्यकाल के लिए आज शाम सात बजे प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। राष्ट्रपति भवन में होने वाले इस शपथ ग्रहण समारोह में 5-6 हजार गणमान्य अतिथि शामिल होंगे। ऐसे में इस खास समारोह में पकने वाले तमाम पकवानों के बारे में भी बातें हो रही है। इन पकवानों में सबसे खास है ‘‘दाल रायसीना’, जो खासतौर पर चर्चा का विषय बनी हुई है। आइए, जानते हैं, क्या है इस दाल की खास बात।
क्या है ‘दाल रायसीना’
दरअसल, राष्ट्रपति भवन के किचन की खासियत है, दाल रायसीना जिसे पकने में 48 घंटे का समय लगता है और यही वजह है कि इस दाल को बनाने की तैयारी मंगलवार रात से ही हो रही है। इस दाल को बनाने में इस्तेमाल होने वाली सामग्रियों को खासतौर पर लखनऊ से मंगवाया गया है।
काली उड़द दाल को बनाने की खास रेसिपी
इस दाल को बनाने के लिए काली उड़द दाल जिसे मां की दाल भी कहते हैं का इस्तेमाल किया जाता है। इस दाल को पकने में काफी वक्त लगता है कि इसलिए इसे रातभर पानी में भिगोकर रखा जाता है और उसके बाद दूसरे दिन बनाने से पहले 4 से 5 बार धोकर अच्छी तरह से कुकर में उबाल लिया जाता है। उसके बाद कहीं जाकर खास मसालों के साथ इस दाल को धीमी आंच पर पकने के लिए छोड़ दिया जाता है।
दाल के अलावा क्या होगा खास
शपथ ग्रहण समारोह के बाद परोसे गए खाने में हाई टी के साथ मेहमानों को वेजिटेरियन डिशेज परोसे जाएंगे जिसमें हम भारतीयों के फेवरिट समोसे के अलावा, पनीर टिक्का, राजभोग और लेमन टार्ट की भी व्यवस्था की गई है। इसके अलावा रात 9 बजे खाने की व्यवस्था की गई है जिसमें वेजिटेरियन और नॉन वेजिटेरियन डिशेज परोसे जाएंगे। वेजिटेरियन खाने की खास डिश होगी ‘दाल रायसीना’ जिसे मेहमानों को सर्व किया जाएगा।…Next
Read More :
ड्रग्स तस्करों की ऐसे मदद करता था ‘वफादार’ तोता, पुलिस बताई पूरी कहानी
Read Comments