डॉक्टर धरती पर भगवान का दूसरा रुप होते हैं. भगवान तो हमें एक बार जीवन देता है पर डॉक्टर हमारे अमूल्य जान को बार-बार बचाता है. दुनिया में ऐसे कई उदाहरण हैं जहां डॉक्टरों ने भगवान से भी बढ़कर काम किया है. बच्चे को जन्म देना हो या किसी वृद्ध को बचाना हो तो हम हमेशा डॉक्टर को याद करते हैं. लेकिन इस घटना में डॉक्टर की जगह हॉस्पिटल में काम करने वाली नर्सों ने जो कर दिखाया वह काबिल-ए-तारीफ है.
त्वरित कार्यवाही के तहत हॉस्पिटल में काम करने वाली कुछ नर्सों ने अपनी सूझ-बूझ से सात नवजात शिशुओं की जान बचाई है. एक वेबसाइट के मुताबिक सभी नवजात शिशु सुरक्षित अपने मां के पास हैं.
एक गाँव जहाँ जुड़वा बच्चों के पैदा होने पर सिर खुजलाते हैं डॉक्टर
दरअसल यह घटना आंध्र प्रदेश के कंदुकुर जिले में एक हॉस्पिटल की है जहां सात नवजात शिशु को इलाज के लिए इन्क्यूबेटर कक्ष में रखा गया था. वेबसाइट के मुताबिक जिस कक्ष में इन बच्चों को रखा गया था वहां अचानक आग लग गई. यह घटना दोपहर डेढ़ बजे की है. उस दौरान कुछ बच्चों के अभिभावकों और पैरामेडिकल स्टाफ ने देखा कि इन्क्यूबेटर कक्ष में आग लग रही है. स्टाफ के कुछ नर्सों ने अपनी सूझ-बूझ दिखाई और तुरंत शिशुओं को बचाया.
इसके कुछ मिनट बाद दो एसी मशीन और आठ इन्क्यूबेटर पूरी तरह से नष्ट हो चुके थे. स्थिति और ज्यादा खराब न हो इसलिए जल्द ही फायरब्रिगेड को बुलाया गया और आग पर काबू पाया गया.
सरकारी हॉस्पिटल के अधीक्षक के. श्रीनिवासुलु ने कहा कि इस आग से करीब 4 लाख रुपए का नुकसान हुआ है. उनका मानना है कि शॉर्ट सर्किट की वजह से यह घटना घटी. उधर फायरब्रिगेड के अधिकारियों का भी मानना है कि यह आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी….Next
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