ओबामा के दिल्ली आने से पहले उनके दो कमांडो देश की राजधानी में स्थित पांच सितारा होटल मौर्या शेरेटन में पहुंच चुके हैं. ओबामा के इन दोनों भरोसेमंद कमांडो के लिए इस होटल में स्यूट बुक किया गया है और इनका नाम है कमांडो जॉर्डन और कमांडो हरीकेन.
पिछले साल अक्टूबर में इन दोनों कमांडो ने व्हाईट हाउस में अनधिकृत रूप से प्रवेश कर रहे एक व्यक्ति को चंद सैकेंड में काबू कर लिया था. इन दोनों कमांंडो के पास होटल मौर्या शेरेटन की सुरक्षा की जिम्मेदारी रहेगी. राष्ट्रपति ओबामा अपने भारत दौरे के दौरान इसी होटल में ठहरेंगे. पर आपको यह जानकर हैरानी होगी कि ये दोनों कमांडो इंसान नहीं हैं.
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ये कमांडो यूएस सीक्रेट सर्विस के के9 स्क्वॉड से जुड़े डॉग ऑफिसर हैं. इनमें से एक कुत्ता ओसामा बिन लादेन को मार गिराने वाले मिशन पर भी गया था. ये कुत्ते अपने प्रशिक्षकों के साथ शान से फाइव स्टार होटल में ठहरेंगे. इनकी जिम्मेदारी राष्ट्रपति ओबामा के 100 मीटर के दायरे में किसा भी प्रकार के खतरे का पता लगाना है.
इन कमांडो के जैसे करीब 20 कमांडो कुत्ते राष्ट्रपति ओबामा की सुरक्षा में नियुक्त किए जाएंगे. ये सब कुत्ते खतरनाक शेफर्ड नस्ल के हैं जो कि जर्मन शेफर्ड से मिलता जुलता नस्ल है. इन्हें मेलिनोइस नस्ल के कुत्ते के रूप में भी जाना जाता है.
मेलिनोइस प्रजाति के कुत्ते दुनिया भर में तेज़ तर्रार माने जाते हैं. उनकी सूंघने की क्षमता सबसे ज़्यादा होती है. यही वजह है कि बम विस्फोटक और अन्य संदिग्ध पदार्थों की तलाशी में ये सबसे बेहतर माने जाते हैं. साइज़ के लिहाज़ मेलिनोइस मीडियम साइज़ के ही कुत्ते होते हैं लेकिन वे अपने से कहीं बड़े आकार के जर्मन शेफ़र्ड के मुक़ाबले ज़्यादा ताक़तवर होते हैं.
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अधिक उर्जा होने के चलते मेलिनोइस को संभालना चुनौती भरा होता है. पर्याप्त ट्रेनिंग और कसरत नहीं करने पर मेलिनोइस ख़तरनाक व्यवहार करने लगते हैं. इसके काटने से प्रति वर्ग इंच पर सैकड़ों पाउंड का दबाव एक साथ पड़ता है. ओबामा दुनिया के किसी भी कोने में हो, उनकी सुरक्षा दस्ते में सात प्रशिक्षित मेलिनोइस कुत्ते शामिल होते हैं. Next…
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