बीते सोमवार को यूट्यूब पर एक विडियो अपलोड कर मस्तनम्मा के निधन की जानकारी दी गई तो उनके हजारों प्रशंसक शोक में डूब गए। उनकी अंतिम यात्रा को उनके यूट्यूब चैनल पर हजारों की संख्या में लोगों ने देखा और करीब 50 हजार से अधिक यूजर लाइव इस यात्रा में शामिल थे। यह बताता है कि मस्तनम्मा सोशल मीडिया पर खासी लोकप्रिय थीं।
अपनी कुकिंग के लिए दुनिया भर में थी मशहूर
107 साल की मस्तनम्मा के फूड चैनल ‘कंट्रीफूड’ के सालभर में 12 लाख से भी ज्यादा सब्सक्राइबर बन चुके थे, जो कि अपने-आप में एक रेकॉर्ड है। उनके चैनल के सब्सक्राइबर्स सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी थे। आंध्र प्रदेश की मस्तनम्मा खेत में चूल्हा जलाकर खाना पकाती थीं।
11 साल की उम्र शादी फिर आर्थिक परेशानियों की मार
मस्तनम्मा की शादी 11 साल की उम्र में ही हो गई थी। सिर्फ 22 साल की उम्र में उनके पति गुजर गए। ऐसे में उनकी जिंदगी भी काफी संघर्ष भरी रही। अपने बच्चों को पालने के लिए मस्तनम्मा ने बहुत मेहनत की। उनके पांच बच्चे थे, उनमें से सिर्फ एक ही बच्चा जीवित है। बच्चे को पालने के लिए उन्होंने काफी मेहनत की। मस्तनम्मा हर तरह का खाना बना सकती हैं। लेकिन समुद्री भोजन उनकी खासियत थी। वो गुनटुर में नदी के पास ही रहती थीं। ऐसे में वो समुद्री खाना खुद ही बनाया करती थीं। वो जिस तरह खाना बनाती थी, लोगों को उनका ये अंदाज काफी पसंद था।
पोते ने किया था पहला वीडियो अपलोड
यूट्यूब पर मस्तनम्मा का सफर 2016 में शुरू हुआ, जब वह 105 साल की थीं। तब उनके पोते लक्ष्मण ने उनका पहला विडियो यूट्यूब पर अपलोड किया था। इस विडियो में वह बैंगन करी बनाते हुए दिखीं। यह विडियो इतना लोकप्रिय हुआ कि लक्ष्मण उनके अलग-अलग लजीज रेसिपी वाले विडियो बनाकर यूट्यूब पर डालने लगा।
ये जायके रहे काफी मशहूर
आंध्रप्रदेश के पारंपरिक व्यंजनों के अलावा कई व्यंजन उन्होंने खुद से भी ईजाद किए जो यूट्यूब पर खूब लोकप्रिय रहे। मस्तनम्मा लकड़ी की आग पर खाना बनातीं और जब उसका विडियो सामने आता तो उसकी खूब प्रशंसा होती। उनका वॉटरमेलन चिकेन और एमू एग करी खासा लोकप्रिय हुआ था। समुद्री भोजन को लेकर भी वह लोकप्रिय रहीं।
उनके जीवन के सफर वाला वीडियो
पिछले 6 महीने से उनके यूट्यूब चैनल पर कोई वीडियो अपलोड नहीं हुआ था। उनके फैन्स को चिंता थी कि आखिर उन्हें हुआ क्या है। लोगों को उनके वीडियोज का इंतजार रहता था। सोमवार को उनके यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो अपलोड हुआ, जिसमें मस्तनम्मा का पूरा सफर दिखाया गया और मौत की खबर बताई गई। जिससे फैन्स का धक्का लगा। मस्तनम्मा जैसे लोग उन स्टीरियोटाइप को तोड़ते हैं, जिसमें उम्र, अभाव या कोई अन्य वजह का हवाला देकर किसी को नया काम करने से रोका जाता है…Next
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