दहेज लेना एक अपराध है। जिसके तहत कानून बनाया गया है। यह बात हम में से ज्यादातर लोग जानते हैं लेकिन आपने या आपके रिश्तेदारों ने इस बात पर जमीनी तौर पर कितना अमल किया है? सच बात तो यह है कि आज भी दहेज लेना और देना एक प्रथा ही है, जिससे लोग पीछा नहीं छुटा पाएं हैं बल्कि दहेज का चलन इस कदर बढ़ा है कि इसके लिए शादियां तक टूट जाती है।
वहीं, ऐसे लोगों की भी कमी नहीं है कि हिम्मत के साथ दहेज को न कहते हैं। ऐसा ही मामला सामने आया महाराष्ट्र से। मुंबई से करीब 270 किमी दूर मालेगांव में लोग जब एक शादी में शिरकत करने पहुंचे तो विवाहस्थल पर न ही जश्न था, न सजावट थी और न ही कोई पांडाल। एक चीज जिसने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा, वह था एक ब्लैकबोर्ड जिसपर दुल्हन के पिता का संदेश लिखा था।
यह संदेश लिखा था
“दहेज की लगातार मांग और आलीशान बेड पर असहमति की वजह से शादी कैंसल कर दी गई है। इस बोर्ड को वहां पहुंचे लोगों ने तो देखा और सराहा ही, सोशल मीडिया पर भी अब पिता की हिम्मत को सलाम किया जा रहा है।“
दहेज की बढ़ती मांगों से दुखी थे पिता
मामला नासिक के इस छोटे से कस्बे का है। यहां पांच बच्चों के पिता ने अपनी 22 साल की बेटी का हाथ पेशे से कार्पेंटर के हाथ में देने का फैसला किया। पिता मिठाई की दुकान पर काम करते हैं। दोनों परिवारों ने करीब एक साल पहले शादी तय की थी। लड़कीवालों ने सोमवार को बारात के स्वागत की तैयारी कर ली लेकिन उससे पहले ही सब चौपट हो गया।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ पिता की गुहार
लड़के के परिवार ने लड़की के पिता को प्रताड़ित किया था और इससे हालात बिगड़ गए और परेशानियां खड़ी होने लगीं। दूल्हे ने कहा है कि उसने तो 9000 रुपये के गद्दे भी बनवा लिए थे क्योंकि उनको पता था कि लड़ती आर्थिक रूप से कमजोर परिवार से आती है। हालांकि, सोशल मीडिया पर पिता के लगाए ब्लैकबोर्ड की तस्वीरे शेयर होने के साथ ही लोग दहेज के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे हैं। साथ ही, लड़की के पिता की हिम्मत की सराहना कर रहे हैं।…Next
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