अगर आपको याद हो ते सरकार ने कुछ दिन पहले ये ऐलान किया था कि रोजाना डीजल-पेट्रोल की कीमतें तय की जाएंगी. वैसे अगर इस बात पर गौर करें तो इसे अभी तक ग्राहकों को कुछ भी फायदा नहीं हुआ है. प्रतिदिन बढ़ती-घटती कीमतों के नए नियम से पेट्रोल की कीमत एक बार फिर 2014 के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है. मुंबई में तो आलम ये है कि एक लीटर पेट्रोल के भाव 80 रुपये के करीब पहुंच गए है.
एक्साइज ड्यूटी की वजह से बड़ रहे हैं दाम
मोदी सरकार के आने के बाद से अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 53 फीसदी तक कम हो गए हैं, लेकिन पेट्रोल डीजल के दाम घटने की बजाय बेतहाशा बढ़ गए हैं. इसके पीछे असली वजह यह है कि तीन सालों के दौरान सरकार ने पेट्रोल, डीजल पर एक्साइज ड्यूटी कई गुना बढ़ा दी है. मोटे अनुमान के अनुसार पेट्रोल पर ड्यूटी 10 रुपये लीटर से बढ़कर करीब 22 रुपये हो गई है.
जुलाई से पेट्रोल के दाम लगातार बढ़ रहेहैं
जुलाई से पेट्रोल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं. इस समय पेट्रोल की दर तीन साल के अपने उच्च स्तर पर है. पेट्रोल कीमतों में प्रतिदिन मामूली संशोधन होता है. दिल्ली में 16 जून को पेट्रोल का दाम 65.48 रुपये लीटर था, जो 2 जुलाई को घटकर 63.06 रुपये लीटर पर आ गया था. हालांकि उसके बाद से सिर्फ गिनती के दिन छोड़कर प्रतिदिन पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है. इन मौकों पर पेट्रोल का दाम 2 से 9 पैसे लीटर घटा था.
अमेरिका में आए तूफान इरमा के चलते बढ़े दाम
एक्सपर्ट्स का कहना है कि पेट्रोल और डीजल की कीमतें ग्लोबल बाजारों में पेट्रोल के रेट्स, क्रूड और डॉलर-रुपए की चाल पर निर्भर करते हैं. अमेरिका में आए तूफान इरमा के चलते दुनियाभर में पेट्रोल के दाम बढ़ गए है. इसका असर घरेलू बाजार पर भी पड़ा है….Next
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