हम जब भी भारत की आजादी की बात करते हैं, तो हमारे अंदर एक गजब की उर्जा का संचार होने लगता है और क्यों न हो। हमारा संविधान 26 जनवरी 1950 को हमारे देश पर लागू हुआ, फिर इसी उपलक्ष्य में हम 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाने लगे। ये केवल एक पर्व नहीं बल्कि हमारा गौरव और सम्मान का मानक है। इस बार हमारे गणतंत्र दिवस की परेड को देखने के लिए एक साथ 10 देशों के प्रतिनिधि मुख्य अतिथि के तौर पर आ रहे हैं। ऐसे में जानिए इससे जुड़ी कुछ खास बातें।
26 जनवरी 1950को हमारा संविधान लागू हुआ
26 जनवरी 1950 को हमारा संविधान लागू हुआ था। 1950 को सुबह 10.18 मिनट पर भारत का संविधान लागू किया गया। भारत का संविधान एक लिखित संविधान है। 395 अनुच्छेदों और 8 अनुसूचियों के साथ भारतीय संविधान दुनिया में सबसे बड़ा लिखित संविधान है।
पूर्ण स्वराज दिवस की वजह से 26 जनवरी के हुआ लागू
भारतीय संविधान की दो प्रत्तियां जो हिन्दी और अंग्रेजी में हाथ से लिखी गई, भारतीय संविधान की हाथ से लिखी मूल प्रतियां संसद भवन के पुस्तकालय में सुरक्षित रखी हुई हैं। पूर्ण स्वराज दिवस (26 जनवरी 1930) को ध्यान में रखते हुए भारतीय संविधान 26 जनवरी को लागू किया गया था।
राष्ट्रपति को 21 तोपों की सलामी दी जाती है
भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद ने गवर्नमेंट हाऊस में 26 जनवरी 1950 को शपथ ली थी, गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति तिरंगा फहराते हैं और हर साल 21 तोपों की सलामी दी जाती है।
1955 से गणतंत्र होती आ रही है परेड
1955 से गणतंत्र दिवस समारोह राजपथ पर होने लग गया और यहां सेना परेड करने लग गई। इस भव्य परेड में भारतीय सेना के विभिन्न रेजिमेंट, वायुसेना, नौसेना आदि सभी भाग लेते हैं। परेड में विभिन्न राज्यों की प्रदर्शनी भी होती हैं। हर प्रदर्शिनी भारत की विविधता व सांस्कृतिक समृद्धि प्रदर्शित करती है।
अशोक चक्र और कीर्ति चक्र जैसे सम्मान दिए जाते हैं
गणतंत्र दिवस के मौके पर अशोक चक्र और कीर्ति चक्र जैसे महत्वपूर्ण सम्मान दिए जाते हैं। इसके बाद हमारी सेना अपना शक्ति प्रदर्शन और परेड मार्च करती है। 29 जनवरी को विजय चौक पर बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी का आयोजन किया जाता है जिसमें भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना के बैंड हिस्सा लेते हैं।
बच्चों को राष्ट्रीय बहादुरी पुरस्कार दिए जाते हैं
1957 में सरकार ने बच्चों के लिए राष्ट्रीय बहादुरी पुरस्कार शुरू किया, जो कि 16 साल से कम उम्र के बच्चों को अलग-अलग क्षेत्र में बहादुरी के लिए गणतंत्र दिवस पर दिया जाता है।…Next
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