पिछले महीने भर से राजधानी में चल रही सीलिंग ने व्यपारियों को परेशान करके रखा है। इस मुद्दे पर आम आदमी पार्टी और बीजेपी में सहमति बनती हुई भी नहीं दिख रही है। ऐस मे अब सीलिंग के खिलाफ व्यापारी संघ ने 48 घंटे के लिए दिल्ली बंद कर दी है। माना जा रहा है कि इसमें राजधानी के 7 लाख कारोबारी संस्थानों का शटर गिरा रहेगा और 5 हजार जगहों पर प्रदर्शन भी होंगे।
क्यों हो रही है सीलिंग?
दिल्ली में निर्माण कार्यों के लिए एमसीडी से इजाजत लेनी पड़ती है, राजधानी के अलग-अलग इलाकों में अवैध निर्माण की शिकायतों के बाद दिल्ली हाई कोर्ट ने 2005 में एक्शन का आदेश दिया था। एमसीडी का लचीला रवैया देखकर मामला सुप्रीम कोर्ट के पास पहुंचा। सुप्रीम कोर्ट ने 2006 में अवैध निर्माण की सीलिंग करने के आदेश जारी किए। इसके बाद दुकानों या कमर्शियल प्रॉपर्टी को सीलिंग से बचाने के लिए सरकार ने कन्वर्जन चार्ज का प्रावधान किया। कारोबारियों ने ये चार्ज अदा करने में भी लापरवाही दिखाई। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने ऐसी दुकानों या प्रॉपर्टी को सील करने का आदेश दिया और इसके लिए एक मॉनिटरिंग कमेटी का गठन किया। अब मॉनिटरिंग कमेटी की देखरेख में ऐसी दुकानों को सील किया जा रहा है, जिन्होंने कन्वर्जन चार्ज जमा नहीं कराया है।
48 घंटे बंद रहेंगे दिल्ली के बाजार
राजधानी में चल रही सीलिंग को लेकर व्यापारियों के ऐलान के मुताबिक 2 फरवरी और 3 फरवरी को दिल्ली के ज्यादातर बाजारों में दुकानों का शटर गिरा रहेगा। दिल्ली में 5 हजार जगहों पर सीलिंग विरोधी प्रदर्शन किया जाएगा। ऑल इंडिया कारोबारी संघ ने 48 घंटे के बंद का एलान किया है।
7 लाख से भी ज्यादा कारोबारी लेंगे बंद में हिस्सा
इस महाबंद में दिल्ली के करीब 2 हजार व्यापार समितियां हिस्सा लेंगी और 7 लाख से भी ज्यादा कारोबारी संस्थान इस दौरान बंद रहेंगे। दिल्ली बंद में बड़े बाजार कनॉट प्लेस, करोल बाग, हौजखास, चांदनी चौक समेत तमाम अहम मार्केट भी नहीं खुलेंगे। इस संबंध में व्यापारी सीलिंग की मॉनिटरिंग कमिटी से भी मिलेंगे। सीलिंग बंद ना होने पर जनप्रतिनिधियों के घरों के घेराव की भी योजना है।
सीलिंग के खिलाफ व्यापारी कर रहें हैं प्रर्दशन
सीलिंग के खिलाफ व्यापारी कहीं कैंडल मार्च निकाल रहे हैं तो कहीं सड़कों पर विरोध प्रदर्शन हो रहा है। दिल्ली के व्यापारियों का आरोप है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश की आड़ में दिल्ली नगर निगम कानून 1957 के मूलभूत प्रावधानों को ताक पर रखकर सीलिंग की कार्रवाई की जा रही है।
आप और कांग्रेस हैं व्यापारियों के संग
राजधानी में सीलिंग के खिलाफ कारोबार जगत के विरोध को सत्ताधारी आम आदमी पार्टी के समर्थन का साथ मिले है वहीं कांग्रेस भी सीलिंग के खिलाफ है। व्यापारी संघ केन्द्र सरकार से मांग कर रहा है कि तुरंत एक अध्यादेश या कानून लाकर सीलिंग को रोका जाए और मास्टर प्लान के एक्ट में भी बदलाव किया जाए।
डीडीए कर रही है सीलिंग पर विचार
पिछले महीने भर से राजधानी में चल रही सीलिंग को रोकने के लिए शुक्रवार को दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) की अहम बैठक जारी है। एलजी अनिल बैजल इस बैठक की अध्यक्षता कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि बैठक में एफएआर, कन्वर्जन चार्ज और उस पर जुर्माना राशि कम करने को लेकर फैसला होने वाला है। व्यापारियों को सीलिंग पर बड़ी राहत देने के लिए कन्वर्जन चार्ज और उस पर लगने वाली जुर्माना राशि को कम करने का विचार है। हालांकि अंतिम फैसला बैठक के बाद ही सबके सामने आएगा।…Next
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