पश्चिम बंगाल में चिकित्सीय लापरवाही का एक मामला उजागर हुआ है. बालूघाट अवस्थित एक सरकारी अस्पताल में भूलवश नवज़ात की अँगूठा काट देने का मामला सामने आया है. 06 जुलाई को बालूघाट सरकारी जिला अस्पताल के सिक एंड निओनेटल केयर यूनिट में दस्त प्रभावित नवज़ात को भर्ती करवाया गया. वहाँ सेलाइन चढ़ाने के क्रम में उसके बायीं हथेली पर पट्टी बाँध दी गयी.
बच्चे की स्थिति में सुधार दिखने के बाद नर्स कैंची से उसकी हथेली की पट्टी काट कर हटा रही थी. इस दौरान भूलवश नवज़ात का अँगूठा कट गयी. सच बता पाने के डर से नर्स ने कटी अँगूठा को कूड़ेदान में फेंक दिया.
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हालांकि बच्चे की माँ का दावा है कि उसकी मौज़ूदगी में बच्चे का अँगूठा कटा और नर्स ने उसे कूड़ेदान में फेंक दिया. लापरवाही से अँगूठे को कूड़ेदान में फेंके जाने के कारण बदहवास माँ ने अपने पति और अन्य नर्सों को आवाज़ दी. दुखी परिवार ने नर्स के विरूद्ध थाने में शिकायत दर्ज़ करवायी है. अपनी शिकायत में उन्होंने नर्स का नाम न जानने के कारण उस समय का उल्लेख किया है जब यह घटना घटी. उन्हें विश्वास है कि समय के कारण नर्स तक पहुँचना आसान हो जायेगा.
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अस्पताल प्रशासन ने गलती स्वीकार करते हुए आरोपी नर्स को अवकाश पर भेज दिया है. आरोपी नर्स का नाम राखी सरकार बताया जा रहा है. इस मामले में आंतरिक जाँच समिति भी गठित कर दी गयी है जिससे रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी. घटना के तुरंत बाद वरिष्ठ चिकित्सकों ने बच्चे की जाँच की. जाँच के बाद उन्होंने बच्चे को सिलीगुड़ी अवस्थित नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल भेज दिया है ताकि बच्चे के अँगूठे को पुन: जोड़ा जा सके. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी घटना की जाँच के आदेश दे दिये हैं.Next….
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