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हमले के बाद केजरीवाल की सुरक्षा में किए गए ये बदलाव, माला पहनाकर नहीं हो पाएगा स्वागत

अरविंद केजरीवाल पर एक बार फिर से हमला हो गया है। मोतीनगर में रोडशो के दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल को थप्पड़ मारने वाले 33 साल के सुरेश पर वेस्ट डिस्ट्रिक्ट पुलिस ने मामला दर्ज कर पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, मोती नगर थाने में सुरेश के खिलाफ आईपीसी की धारा 153 और 323 के मामले दर्ज किए गए हैं। हालांकि, सवाल यह भी उठ रहा है कि ये धाराएं जमानती हैं, लेकिन इसके बावजूद सुरेश को घटना के बाद से ही थाने में रखा गया है। ऐसे में पुलिस ने सबक लेते हुए दिल्ली सीएम की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सुरक्षा में किए गए बदलाव।

Pratima Jaiswal
Pratima Jaiswal6 May, 2019

 

 

माला पहनाकर नहीं हो सकेगा स्वागत
किसी पब्लिक मीटिंग या फिर रोड शो के दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को माला पहनाकर स्वागत करना या फिर उनसे हाथ मिलाना अब आसान नहीं होगा। अगर कोई समर्थक या प्रशंसक ऐसा करना भी चाहेगा, तो उसे पहले सीएम के सुरक्षा घेरे गुजरना पड़ेगा।

 

जवानों की बढ़ाई गई संख्या
सीएम की नई सुरक्षा रणनीति के तहत चुनावी माहौल में अगर वह किसी रोड शो के दौरान खुली जीप में हैं, तो उनकी गाड़ी में दिल्ली पुलिस सिक्यॉरिटी यूनिट के दो जवान पीछे और दो जवान आगे गाड़ी में रहेंगे। चार जवान गाड़ी के पीछे, छह जवान गाड़ी के दोनों साइड और चार जवान गाड़ी के आगे-आगे घेरा बनाकर चलेंगे। इनके अलावा, एक या दो कमांडो भी वर्दी में तैनात किए गए हैं।

 

 

लोगों के बीच जाने के लिए सिक्योरिटी कवर के बीच का सहारा
केजरीवाल से बात करके इस मसले पर भी सहमति बनाई गई है कि रोड शो के दौरान उनकी गाड़ी में कम से कम लोग ही चढ़ पाएं। इनमें एक वह कैंडिडेट, जिसके लिए वह प्रचार कर रहे होंगे, दूसरा उस इलाके का विधायक। इसके अलावा, अधिक से अधिक एक और शख्स गाड़ी में उनके साथ रह सकता है, जिसे वह चाहें। वैसे तो कोशिश की जाएगी कि वह गाड़ी से नीचे ना उतरें, लेकिन अगर वह गाड़ी से उतरकर लोगों के बीच जाना चाहते हैं, तो इसके लिए भी रणनीति तैयार कर ली गई है। इसके तहत उन्हें टू-टियर सिक्यॉरिटी कवर दिया जाएगा, यानी करीब 20 जवान उनके चारों ओर घेरा बनाकर साए की तरह साथ रहेंगे।

 

आसपास की ब्लीडिंग में तैनात रहेंगे जवान
गाड़ी में चढ़ने से पहले इसकी जांच की जाएगी कि कहीं किसी ने इसमें कोई विस्फोटक आदि तो प्लांट नहीं कर दिया है। पब्लिक मीटिंग के दौरान यह भी कोशिश की जाएगी कि आसपास की ऊंची बिल्डिंगों की छतों पर भी एके-47 लिए जवान तैनात किए जाएं।…Next

 

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