कभी केंद्र की राजनीति में अहम भूमिका निभाने वाले बिहार के कद्दावर नेता और आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई है. लालू यादव को अक्टूबर महीने में चारा घोटाले के एक मामले में रांची जेल भेजा गया था.
चारा घोटाला मामले में लालू यादव को पांच साल की सजा सुनाई गई थी. लालू पिछले 70 दिनों से रांची की जेल में बंद थे. इससे पहले झारखंड हाई कोर्ट ने लालू प्रसाद यादव की जमानत याचिका खारिज कर दी थी. जिसके बाद लालू यादव ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया था.
इस हाई प्रोफाइल मामले में सीबीआई की अदालत ने लालू प्रसाद यादव के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा, पूर्व मंत्री विद्या सागर निषाद, सांसद जगदीश शर्मा और पूर्व सांसद आरके राणा समेत कई रिटायर्ड आईएएस अधिकारियों को दोषी पाया था.
क्या है चारा घोटाला
यह मामला 1996 में चाईबासा कोषागार से 37 करोड़ 70 लाख रुपये से भी ज्यादा की लूट का है तब बिना सप्लाई के पैसों का भुगतान कर दिया गया था. इस मामले की सीबीआई जांच में अपना नाम आने के बाद ही लालू प्रसाद यादव को 1997 में बिहार के मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़नी पड़ी थी और जेल भी जाना पड़ा था.
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व्यंग्यात्मक शैली और हाजिर जवाबी के कारण हमेशा चर्चा में रहने वाले लालू यादव ने बिहार तथा केंद्र की राजनीति में अहम भूमिका निभाई है. बिहार में मुख्यमंत्री के अलावा लालू 2004 के लोकसभा चुनाव में “किंग मेकर” की भूमिका में आए और यूपीए सरकार में रेलमंत्री भी बने. लालू के कार्यकाल में ही दशकों से घाटे में चल रही रेल सेवा फिर से फायदे में आई.
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