इस साल सर्दियों को आने में बेशक से देर हुई हो लेकिन सर्दियों ने आते ही अपना भंयकर प्रकोप दिखाना शुरू कर दिया है. देश के कई इलाकों में दिसम्बर में दांत किटकिटाने वाली सर्दी ने सभी लोगों की दिनचर्या को अस्त-व्यस्त कर रखा है. भारत का स्वर्ग कहे जाने वाले कश्मीर में तो ठंड किसी सितम से कम नहीं है. यहां सर्दी का सबसे ज्यादा कहर स्टूडेंट्स को झेलना पड़ रहा है जहां रूह को कंपकंपा देने वाली ठंड के चलते स्टूडेंट्स को एग्जाम देने पड़ रहे हैं.
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उल्लेखनीय है कि कश्मीर घाटी में इन दिनों स्नातक की प्रथम वर्ष की परीक्षाएं चल रही हैं जिसमें अधिकतर स्टूडेंट्स का सेंटर ऐसी जगहों पर पड़ा है जहां कि इमारतें भी सही सलामत नहीं हैं. जिसकी वजह से स्टूडेंट्स को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. यहां ठंड से बचने के लिए प्रशासन ने कड़े इंतजाम भी नहीं किए हैं. स्टूडेंट्स को दांत किटकिटाते हुए पेपर करने पड़ रहे हैं. ऐसे में इन स्टूडेंट्स को अपने बचाव के लिए अपने घरों से ठंड रोधी अन्य कपड़े लाने की इजाजत नहीं दी गई है.
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माना जा रहा है कि ऐसा पिछले दिनों मेडिकल की परीक्षा में नकल जैसी गतिविधियों के कारण दुबारा परीक्षा करवानी पड़ी थी जिसकी वजह से देश भर में होने वाली सभी परीक्षाओं में कड़ी एहतियात बरती जा रही है. इसी तरह आगामी राष्ट्रीय स्तर की कुछ प्रतियोगी परीक्षाओं में भी भीषण ठंड को ताक पर रखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. जिनमें 27 दिसम्बर को होने वाली यूजीसी नेट की परीक्षा में स्टूडेंट्स को आधी बाजू के कपड़े, खुली चप्पलें और लड़कियों को कानों और नाक में किसी भी तरह की बालियां पहनने की इजाजत नहीं है. इसके अलावा घर से पानी की बोतल, पैन, पेंसिल लाने की भी सख्त मनाही है…Next
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