नोटबंदी से फायदा हुआ या नुकसान इसके बारे में सबके अपने-अपने विचार हैंं, लेकिन इतना तो पक्का है नोटबंदी के बाद से लोगों ने अपने खर्चों पर काबू पाना सीख लिया है. वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें नोटबंदी के बाद से गरीबों वाली फीलिंग आ रही है, भले ही उनके बैंक अकाउंट में लाखों रुपए क्यों न पड़े हो. इन सभी बातों से परे देश के कई हिस्सों से ऐसी खबर भी आई, जिसमें कालेधन को सफेद बनाने के लिए लोगों ने नए-नए तरीके ईजाद कर लिए.
चलिए, आपको एक ऐसे लड़के के बारे में बताते हैं, जो स्लम में रहते हुए 4 कंपनियों का मालिक बन गया. रवि नाम के इस लड़के को खुद ही नहीं पता था कि वो रातों-रात मालिक बन गया है. उसके लिए इस बात का अंदाजा लगा पाना भी बहुत मुश्किल था, क्योंकि वो महज 4 हजार की नौकरी किया करता था. अब ऐसे में कोई भी उससे आकर कहे कि आप 4 कंपनियों के मालिक बन गए हैं, तो उसे ये बात मजाक ही लगेगी, लेकिन एक सुबह उसके पैरों के नीचे से जमीन घिसक गई, जब उसके घर 5.4 करोड़ रुपयों के जुर्माने का नोटिस आया.
दरअसल, रवि नाम का ये लड़का राजेश अग्रवाल नाम के व्यक्ति के पास नौकरी करता था. राजेश के सीए फर्म चलाता था और रवि को ऑफिस की देखभाल करने के लिए 2008 में नौकरी पर रखा था. भर्ती के समय राजेश ने रवि से उसका पहचान पत्र और पैन कार्ड सबूत के तौर पर जमा करवाया था. इसके बाद सबकुछ ठीक-ठाक चल रहा था. रवि को इस नौकरी से 4 हजार रुपए महीने मिला करते थे. इसके बाद नोटबंदी के बाद आयकर विभाग ने रवि के घर नोटिस भेजा. उसके नाम पर आय से अधिक संपत्ति रखने का मामला था. साथ ही उसके नाम पर 4 कंपनियां थी.
जब पुलिस ने रवि को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो पूरी कहानी सामने आई. रवि ने अपने मालिक के यहां पैन कार्ड और पहचान पत्र जमा करवाने की बात बताई. पुलिस ने इसी सुराग पर जांच की और पाया कि राजेश अग्रवाल ने कालेधन को सफेद करने के लिए 4 फर्जी कंपनियां रवि के नाम पर खुलवाई है. राजेश के साथ अपराध में शामिल उसके अन्य साथियों को भी हिरासत में ले लिया गया है…Next
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