अपने शहर का नाम कहीं सुनने में खुशी तो होती है लेकिन अगर किसी बुरी वजह के लिए अपने शहर का नाम सबसे ऊपर रहे, तो बिल्कुल अच्छा नहीं लगता। हाल ही में देश के सबसे प्रदूषित शहरों की लिस्ट जारी हुई है। जिसमें यूपी के शहरों के नाम सबसे प्रदूषित जगहों में शामिल हुए हैं।
कानपुर सबसे प्रदूषित शहर
सेंट्रल पलूशन कंट्रोल बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक कानपुर का एयर क्वालिटी इंडेक्स 420 पहुंच गया, जो कि बेहद खराब श्रेणी में आता है। कानपुर के अलावा बाकी प्रदेश के बाकी 7 शहर पश्चिमी उत्तर प्रदेश या लखनऊ 323 एक्यूआई के साथ देश का 12वां सबसे प्रदूषित शहर रहा। हालांकि बीते दो दिनों के मुकाबले शहर की हवा का जहरीलापन कुछ कम हुआ लेकिन मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि आने वाले समय में प्रदूषण के कारण हवा की क्वालिटी में और ज्यादा गिरावट दर्ज होने की आशंका है।
एनबीआरआई एनविस सेंटर की को- कोऑर्डिनेटर बबिता कुमारी का कहना है कि वायु प्रदूषण के बढ़ने का सबसे बड़ा कारण इंडस्ट्री से निकलने वाला धुआं हैं। देश के टॉप-10 सबसे प्रदूषित शहरों में 8 उत्तर प्रदेश के हैं, जबकि कानपुर की हवा देश भर में सबसे जहरीली रही।
ऐसे हो सकता है सुधार
सीएनजी और बैट्री चलित वाहनों पर जोर देना होगा। यही नहीं बसों की संख्या में इजाफा कर बढ़ते वाहनों की संख्या को कम किया जा सकता है। आम लोग चाहे तो शेयरिंग का रास्ता भी अपना सकते हैं।
दूसरी तरफ ध्यान दें, तो शहर में मेट्रो के निर्माण कार्य के दौरान काटे गए पेड़ उतनी ज्यादा तादाद में लगाए नहीं गए हैं। पेड़ों की पत्तियां प्रदूषण के साथ-साथ धूल के कणों को भी अवशोषित कर लेती हैं। इसके अलावा किसान अभी भी पराली जला रहे हैं। दीवाली के बाद पटाखों के चलते भी हालात खराब होंगे। जिसपर यूपी के इन शहरों को ही नहीं, पूरे उत्तर भारत को भी लगाम लगानी होगी…Next
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