Drone attacks
हथियारों, गोलाबारूद और रॉकेट लॉंचरों के बीच रहने वाले खुंखार आतंकवादी आजकल एक चीज से बहुत ही ज्यादा परेशान हैं. उनकी परेशानी की वजह समय-समय होने वाले ड्रोन हमले हैं. अमरीका और नैटो सैनिकों द्वारा की जा रही लगातार ड्रोन हमले की घबराहट ने तालिबानी आतंकवादियों की नींद गायब सी कर दी है. आतंकवादी ड्रोन हमले से बचने के लिए नए ठिकानों की तलाश करते हैं लेकिन उसमें कामयाब नहीं हो पाते. इस ड्रोन हमले के कई बड़े आतंकवादियों से लेकर आम नागरिक भी शिकार होते हैं.
अलकायदा को बड़ा झटका: Al-Qaeda
अलकायदा के एक वरिष्ठ नेता अबू याहया अल-लिबी अमरीकी सेना की कार्यवाही में सोमवार को हुए ड्रोन हमले में मारा गया. पाकिस्तान के उत्तरी पश्चिमी इलाक़े में जिस ड्रोन हमले में 15 लोगों की मौत हुई थी, वह लिबी को निशाना बनाकर ही किया गया था. पिछले साल ओसामा बिन लादेन की मौत के बाद लिबी अयमान अल-जवाहिरी के बाद नंबर दो के नेता हो गए थे. लिबी ने पश्चिमी देशों पर हुए हमलों और लादेन की मृत्यु के बाद अपने संगठन को मजबूत करने की योजना में अहम भूमिका निभाई थी. अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन के मारे जाने के एक वर्ष से अधिक समय बाद अलकायदा की तरफ से यह दूसरा बड़ा झटका है. इस हमले से जहां आतंकवादियों में क्रोध की लहर है वहीं पाकिस्तान भी इस हमले से काफी नाराज दिख रहा है.
अमरीका के लिए खास है ड्रोन हमला
ड्रोन हमला अमरीका के लिए कोई नई बात नहीं है. वह निरंतर इस तरह की कार्यवाही करके आतंकवादियों को शिकार बनाता रहा है. अबू याहया अल-लिबी से पहले 2011 में अलकायदा से जुड़े कुख्यात आतंकी और मुंबई हमलों के मुख्य संदिग्ध इलियास कश्मीरी की मौत भी अमेरिकी ड्रोन हमले से हुई. अमरीका के ड्रोन हमले के शिकार पाकिस्तान के कबायली इलाके उत्तर और दक्षिण वजीरिस्तान ज्यादा रहे हैं. यह वह इलाका है जहां बड़ी संख्या में आतकवादियों ने शरण ली है.
अमरीका-पाकिस्तान के संबंधों में खटास
अमरीका द्वारा पाकिस्तान पर किए जा रहे निरंतर ड्रोन हमले ने दोनों देशों के रिश्तों की बुनियाद को बिलकुल खत्म सा कर दिया है. पिछले साल की दो घटना ओसामा बिन लादेन की मौत और सीमा की एक चौकी पर अमरीकी हमले में 24 पाकिस्तानी सुरक्षा बल जवानों के मारे जाने के बाद से अमरीका के साथ पाकिस्तान के संबंध तनावपूर्ण चल रहे हैं. अमरीकी ड्रोन हमले के शिकार जहां आतंकवादी होते हैं वहीं बड़ी संख्या में आम नागरिक भी इसके शिकार होते हैं जिससे इस हमले की कड़ी निंदा भी की जाती है. पाकिस्तान ड्रोन हमले रोकने लिए निरंतर आवाज उठाता रहा है लेकिन अमरीका पर इसका कोई असर नहीं दिख रहा.
What is Drone: क्या है ड्रोन
ड्रोन अंग्रेज़ी का एक शब्द है जिसका अर्थ है नर मधुमक्खी. ड्रोन एक तरह का मानव रहित विमान है जिसे सैन्य अभियानों में शत्रु क्षेत्र को परखने एवं आवश्यकता पड़ने पर आक्रमण करने के लिये उपयोग में लाया जाता है. यह एक तरह का जासूसी विमान होता है जो कई खूबियों से लैस होता है. इसके नियंत्रण के लिए किसी मानव चालक की उपस्थिति की आवश्यकता नहीं होती है. इसे रिमोट कंट्रोल के द्वारा नियंत्रित किया जाता है. वर्तमान में अमेरिका ड्रोन विमानों का इस्तेमाल पाक सीमा पर आतंकियों को निशाना बनाने के लिए करता है. धीरे-धीरे ड्रोन विमान का बाजार बढ़ता जा रहा है. सुरक्षा कारणों से अन्य देश भी इसकी मांग कर रहे हैं.
इस समय आतंकवादी अमरीका के लिए सबसे बड़े दुश्मन हैं. वह नहीं चाहता कि 9/11 की घटना दुबारा घटे. इसलिए वह अपने सभी दुश्मनों को 2014 से पहले खत्म कर देना चाहता है.
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