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इतने करोड़ में बनकर तैयार हुई ये भारतीय ट्रेन, एलसीडी और घूमने वाली कुर्सियों जैसी सुविधाएं

भारतीय रेल जहां एक तरफ हादसों से उबर नहीं पा रही है वहीं दूसरी तरफ रेलवे ने अपनी कड़ी में एक उपल्बधि जोड़ते हुए मुंबई-गोवा रूट पर एक खास ट्रेन का परिचालन शुरु किया है. इस दौरान आपको रेल यात्रा का एक अलग अनुभव देखने को मिलेगा. इस ट्रेन को बेहद खास तरीके से डिजाइन किया गया है जिसमें आप ट्रेन की छत के ऊपर का भी नजरा ले सकते हैं. तो चलिए जानते हैं कि, आखिर क्या खासियत होगी इस ट्रेन की.





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सेंट्रल रेलवे की मुंबई-गोवा रूट पर दादर-मडगाव जन शताब्दी एक्सप्रेस की शुरूआत कर दी है और लोगों में इस ट्रेन को लेकर कई सारे बातें चल रही है क्योंकि ये बेहद खास है. एक्सप्रेस में कांच की छत होगी, रोटेटेबल कुर्सियां, हैंगिंग एलसीडी के साथ विशेष कोच मिलेगा. इससे यात्री बाहर का नजारा भी आसानी से देख पाएंगे.




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केंद्रीय रेलवे के प्रवक्‍ता सुनील उदासी ने बताया, ’18 सितंबर से दादर और मडगांव के बीच चलने वाली जन शताब्‍दी एक्‍सप्रेस में एक विस्‍टाडोम (ग्‍लास-टॉप) कोच शुरू किया जाएगा.’ आपको जानकर हैरानी होगी कि इस ट्रेन को बनाने में 3.38 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं.



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यह एयरकंडीशंड विस्‍टाडोम कोच खासतौर से डिजाइन किया गया है, भारतीय रेलवे में इस तरह का इकलौता कोच है. 40 सीटों वाले इस कोच में 360 डिग्री पर घूमने वाली चौड़ी सीटें हैं, जिससे सफर में बाहर के नजारों का बेहतरीन अनुभव मिलेगा. मॉनसून में यह ट्रेन सप्‍ताह में तीन दिन चलेगी और मॉनसून खत्‍म होने के बाद सप्‍ताह में पांच दिन चलेगी. जन शताब्‍दी एक्‍सप्रेस के दादर से छूटने का समय सुबह 5.25 बजे है और यह उसी दिन शाम 4 बजे तक मडगांव पहुंच जाती है….Next



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